पार्टी विशेष के वाट्सएप ग्रुप और फेसबुक अकाउंट से लगातार पोस्ट करके टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए चुनाव लडऩे का माहौल बनाया जा रहा है, ताकि बड़े नेताओं की नजर पड़े और टिकिट मिल सके। हालांकि सोशल मीडिया पर दावेदारी दिखाने से टिकिट नहीं मिलने वाला। दिसंबर महीने में कवर्धा समेत पूरे राज्य में निकाय चुनाव होंगे। इसके लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
कवर्धा शहर की बात करें तो इस बार यहां अनारक्षित(मुक्त) है, मतलब किसी भी जाति या वर्ग के उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव मैदान में हो सकते हैं। वहीं २७ वार्डों के लिए भी आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है और इसके साथ ही नए ट्रेंड में दावेदारी भी तेज हो चुकी है।