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फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर पुलिस में भर्ती हुए दो कांस्टेबल, जाली साइन देखकर नेत्र सहायक ने की SP से शिकायत

locationकवर्धाPublished: May 19, 2021 05:38:54 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

Kawardha police: सहायक नेत्र अधिकारी को दो आरक्षकों की मेडिकल जांच में कलर ब्लाइंड मिले था। जिस पर आपत्ति जताते हुए प्रमाण पत्र रोक दिया गया था।

फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर पुलिस में भर्ती हुए दो कांस्टेबल, जाली साइन देखकर नेत्र सहायक ने की SP से शिकायत

फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर पुलिस में भर्ती हुए दो कांस्टेबल, जाली साइन देखकर नेत्र सहायक ने की SP से शिकायत

कवर्धा. कवर्धा में फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के आधार पर पुलिस विभाग (Chhattisgarh police) में नौकरी लगने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से किया गया, जिसके बाद दोनों आरक्षकों (CG Police constable) से फिर से मेडिकल प्रमाण पत्र मांगा गया है। जिला अस्पताल में बीते 25 व 26 मार्च 2021 को मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पुलिस विभाग से बड़ी संख्या में नवनिुयुक्त आरक्षक भी आए थे।
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कलर ब्लाइंड मिलने पर रोका था प्रमाण पत्र
सहायक नेत्र अधिकारी को दो आरक्षकों की मेडिकल जांच में कलर ब्लाइंड मिले था। जिस पर आपत्ति जताते हुए प्रमाण पत्र रोक दिया गया था। वहीं मामले की जानकारी सिविल सर्जन को दिया गया। उसके बाद आरक्षकों को अन्य जिले के अस्पताल रेफर किया जाता, लेकिन न तो आरक्षक आए और न ही अस्पताल बोर्ड की तरफ से कुछ कहा गया।
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नेत्र सहायक का फर्जी हस्ताक्षर किया
नेत्र सहायक का फर्जी हस्ताक्षर कर नेत्र विभाग की तरफ से नॉर्मल होने का मेडिकल जारी कर दिया गया और दोनों की नौकरी भी लग गई। हाल ही में इसकी जानकारी नेत्र सहायक मनीष जॉय को हुई तो उन्होंने मामले की शिकायत एसपी से की है। पुलिस विभाग द्वारा शिकायत की जांच की जा रही है।
फिर से मेडिकल जांच
एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि हाल ही में कवर्धा में आरक्षकों की भर्ती हुई थी। चयन होने के बाद मेडिकल प्रमाण पत्र मेडिकल बोर्ड द्वारा बनाया जाता है। जो मेडिकल प्रमाण-पत्र जमा किया गया है, वो गलत तरीके से बनाने की शिकायत मिली है। तो विभाग की तरफ से फिर से मेडिकल जांच के लिए भेजा जाएगा, जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर निर्णय लेंगे।
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