ग्रामीणों के कोरोना जांच नहीं कराने से खतरा और भी बढ़ रहा है। जांच नहीं कराने से पता नहीं चलेगा कि संक्रमितों के और कितने संपर्क में आ रहे हैं। इसके चलते और कितने संक्रमित होंगे। एकाएक कहीं गांवभर में यह संक्रमण न फैल जाए, जो सबसे बड़ा खतरा है। इसमेंं बच्चे व बुजुर्ग भी चपेट में आएंगे, जो बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है।
पंडरिया बीएमओ डॉ. बीएल राज ने बताया कि पीपरमाटी गांव में बाहर से लोग होली त्योहार मनाने वापस आए। इसके बाद यहां पर कोरोना पॉजिटिव केस मिलने शुरू हुए। बढ़ते-बढ़ते संक्रमितों की संख्या 238 हो गई। अब जब जांच के लिए गांव जा रहे हैं तो ग्रामीण सैम्पल नहीं दे रहे हैं। इससे आने वाले दिनों में गांव में संक्रमण फैलने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाएगा।