नहीं हो पाई मरम्मत, डब्ल्यूबीएम मार्ग पर पैदल चलना मुश्किल
ग्राम बीजाझोरी से बरबसपुर और बरबसपुर से डबराभाट जाने वाली डब्ल्यूबीएम सड़क की स्थिति काफी दयनीय हो चुका है। बारिश के बाद जो तस्वीर सामने आई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क पर छोटे बड़े गड्ढ़ों का भरमार है, जिसकी रिपेयरिंग ही नहीं की जा रही है। बारिश के बाद गड्ढों में पानी भर गया है, जिसके चलते राहगीर बेहद परेशान हैं।
कवर्धा
Published: February 20, 2022 05:30:03 pm
कवर्धा. एक गांव को दूसरे गांव से जोडऩे के लिए वर्षो पहले डब्ल्यूबीएम सड़क का निर्माण किया गया है। लाखों रुपए खर्च कर बनाई गई सड़क की परखच्चे उड़ गए हैं। सड़क कच्ची मार्ग में तब्दील हो चुका है, जिस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। बारिश के बाद खाईनुमा गड्ढे में घुटने तक पानी जाम हो चुका है। कई कई जगह तो मार्ग छोटा डबरी में तब्दील हो गया। सड़क उखडऩे के कारण सिर्फ कंकड़ और गड्ढ़े ही नजर आ रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों को आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग में जगह-जगह गड्ढ़े पड़ गए हैं। इन गड्ढ़ों की चपेट में आकर आए दिन वाहन चालक अपने हाथ-पैर तोड़वा रहे हैं। बारिश के दिनों में सड़क की हालत और भी ज्यादा खराब रहती है। सड़क पर गड्ढ़ों में जलजमाव के कारण लोगों का आवागमन दूभर हो जाता है। मरम्मत को लेकर ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत भी कर चुकी है, लेकिन वे भी इसे लेकर कोई पहल नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि ग्रामीणों में बेहद नाराजगी देखी जा रही है।
निर्माण के बाद से नहीं हुआ है मरम्मत
ग्राम राम्हेपुर से चण्डालपुर मार्ग का भी बुरा हाल है। मार्ग पूरी तरह जर्जर हो चुका है। सड़क निर्माण के बाद ठेकेदार दोबारा झांकने तक नहीं आते हैं, जबकि सड़क निर्माण के बाद ५ साल की गारंटी अवधि में होता है। गारंटी अवधि में मार्ग खराब होने की स्थिति मरम्मत जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है। मार्ग की स्थिति होने के बावजूद भी एक भी बार मरम्मत नहीं किया गया है। समय पर मरम्मत नहीं होने के कारण पक्की सड़क की हालत खराब हो चुका है। मार्ग पर से डामर गायब हो चुका है। नूकिले गिट्टी बाहर निकल चुके हैं, जिस पर सफर करना मुश्किल हो रहा है।
छोटे-बड़े गड्ढे खाईनुमा बना
तीन दशक बीत जाने के बाद भी डब्ल्यूबीएम सड़क पीएम सड़क से नहीं जुड़ पाया है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को आवागमन करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि राजनीति खींचतान के कारण इस मार्ग की तस्वीर नहीं बदल रहा है। समस्याएं ज्यों का त्यों बना हुआ है। अब तो छोटे-बड़े गड्ढे खाईनुमा गड्ढे में तब्दील हो चुके हैं। बावजूद मजबूरीवश ग्रामीणों को आवागमन करना पड़ रहा है। इसके बाद भी शासन प्रशासन ध्यान न दे कर तमाशा देख रहे हैं।

नहीं हो पाई मरम्मत, डब्ल्यूबीएम मार्ग पर पैदल चलना मुश्किल
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