प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूल में बच्चों को बीमारी से दूर रखने और पौष्टिक आहार देने के लिए ही मध्याह्न भोजन में रोजाना के अलग-अलग मीनू है। लेकिन मीनू के आधार पर अब भोजन बनता ही नहीं। छह दिन में चावल-दाल के अलावा लौकी, पत्तागोभी और कड़ी सब्जी ही बनती है और यह अब मीनू हो गया है। पूरी, खीर, आचार, पापड़ तो अब गायब ही हो गए है।
राशि भी बढ़ गई
बच्चों को बेहतर भोजन खिलाने के लिए शासन ने राशि बढ़ाई है। प्राथमिक स्कूल के प्रति बच्चे पर 4.58 रुपए खर्च किया जाना है। वहीं पूर्व माध्यमिक स्कूल के प्रत्येक बच्चे पर 6.18 रुपए खर्च किया जाना है। इसके बाद बच्चों को भरपेट भोजन मिल रहा है और न ही पौष्टिक भोजन।
वर्शन...
कहीं से भी मध्याह्न भोजन में कमी की शिकायत नहीं मिली है। स्थानीय उपलब्धता के आधार पर मीनू का पालन किया जाता है।
सीएस धु्रव, डीईओ, कबीरधाम