आधा घण्टा बाद 108 टीम ने डॉक्टर को फोन कर जानकारी लिए तो बताया कि ड्यूटी में आरएमओ है उसको बुला लो। इधर मरीज दर्द से तड़पता रहा। आखिरकार उच्च अधिकारी को मामला की जानकारी दी गई। इसके बाद चपरासी केन्द्र पहुंचकर ताला खोला और एक आरएमओ आकर मरीज को देखा और ईलाज करने के बजाए बोल कि मेरा ड्यूटी नहीं है। एक घण्टे तक इंतजार किया गया, लेकिन ड्यूटी से नदारद आरएमओ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नहीं पहुंचे।
घंटों इंतजार के बाद भी जब ड्यूटी में तैनात कर्मचारी नहीं पहुंचे तो मरीज को पंडरिया लाना पड़ा, जहां उनका ईलाज चल रहा है। मरीज की स्थिति को देखते 108 टीम आखिरकर पंडरिया अस्पताल के लिए निकल पड़े। पीडि़त के परिजन पाचो बाई ने बताया कि काफी देर इंतजार करने के बाद भी चिकित्सक नहीं पहुंचे। इस बीच बारिश भी हो रहा था और मरीज का हालत गम्भीर था। इसके चलते मरीज को 108 के मदद से पंडरिया अस्पताल लाया गया। अभी मरीज का इलाज पंडरिया में चल रहा है। पाचो बाई ने उच्चाधिकारियों से यहां ड्यूटी से नदारत रहने वाले कर्मचारी ऊपर कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि ऐसे लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को सबक मिल सके।