स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। इसी मंशा से शासन ने गांव में व्यायाम शाला का निर्माण कराया है। ताकि ग्रामीण युवा न सिर्फ बलिष्ठ बनें बल्कि स्वस्थ व निरोग भी रहें, लेकिन पंचायत प्रधिनिधियों की लापरवाही के कारण शासन की यह मंशा बेकार मालूम हो रहा है। वहीं उपयोग नहीं होने के कारण व्यायाम शाला में रखे लाखों के उपकरण भी कबाड़ बनते जा रहे हैं। बावजूद इसके व्यायाम शाला का ताला खुलवाने कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत की लापरवाही से व्यायाम शाला में लगा ताला युवाओं को मुंह चिढ़ा रहा है। स्थानीय युवाओं की मानें तो व्यायाम शाला का ताला खुलवाने कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। जनप्रनिनिधियों से कई बार मांग की जा चुकी है। बावजूद इसके युवाओं को सिर्फ कोरा आश्वासन ही मिल रहा है। लाखों का यह जिमखाना युवाओं के लिए नाकारा साबित हो रहा है।