धान खरीदी में सरकारी अनियमितता के चलते नाराज किसानों ने सोमवार को जिले के एक दर्जन से ज्यादा सोसाइटी में ताला जड़ दिया। पनेका के आस-पास के आठ से 10 गांवों के किसानों ने सोसाइटी में धान नहीं बेचने का निर्णय किया है। किसान लगातार ज्यादा धान खरीदी करने की मांग कर रहे हैं। कवर्धा के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में भी धान खरीदी को लेकर किसानों ने मोर्चा खोल दिया है।
बेमेतरा जिले के बेरला के भिंभौरी सोसाइटी में सोमवार सुबह धान बेचने पहुंचे किसानों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर सोसायटी के गेट पर ताला जड़ दिया। किसानों ने बताया कि सोसाइटी द्वारा 4500 कट्टा धान का टोकन जारी किया गया है। शासकीय आदेश के अनुसार मात्र 2800 कट्टा धान खरीदी की जाएगी। जिससे किसानों में खासा आक्रोश है। एकजुट होकर किसानों ने धान नहीं बेचने का निर्णय लेते हुए सोसाइटी की गेट पर ताला लगाकर बैठ गए हैं। एक दिन पहले कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने भिंभौरी सोसाइट की निरीक्षण किया था। भिंभौरी के समिति प्रबंधक की अनियमितता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
बेेमेतरा कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने धान खरीदी के दौरान अनियमितता बरतने पर दो बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने जिला अधिकारी से संबंधित समिति के नोडल अधिकारी के निलंबन व समिति प्रबंधक पर प्रकरण दर्ज कराने कहा गया है। कलेक्टर ने धान खरीदी में लापरवाही बरतने पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं नोडल अधिकारी सेवा सहकारी समिति मर्यादित भिंभौरी राजेश वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। जारी निलंबन आदेश में कहा है कि वे अमानक किस्म का धान खरीद रहे हैं, जो धान उपार्जन वर्ष 2019-20 नीति का स्पष्ट उल्लंघन है।
प्रकरण में अनुविभगाीय अधिकारी बेरला के प्रतिवेदन के आधार पर रजोश वर्मा को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिनियम के तहत निलंबित किया गया है। निलम्बन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय उप संचालक कृषि बेमेतरा में होगा। कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने भिंभौरी के समिति प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।