scriptछत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे कवर्धा जिले के सैकड़ों किसान, याचिका दायर कर मांगा न्याय | Farmers of Kawardha district filed a petition in the High Court | Patrika News

छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे कवर्धा जिले के सैकड़ों किसान, याचिका दायर कर मांगा न्याय

locationकवर्धाPublished: May 13, 2020 12:44:36 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

ग्रामीण अंचल के सैकड़ों किसान धान नहीं बेच पाने के कारण अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं। पांडातराई क्षेत्र के बाद अब बोड़ला और बैजलपुर के किसानों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। (Farmer in chhattisgarh)

छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे कवर्धा जिले के सैकड़ों किसान, याचिका दायर कर मांगा न्याय

छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे कवर्धा जिले के सैकड़ों किसान, याचिका दायर कर मांगा न्याय

कवर्धा. ग्रामीण अंचल के सैकड़ों किसान धान नहीं बेच पाने के कारण अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं। पांडातराई क्षेत्र के बाद अब बोड़ला और बैजलपुर के किसानों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। मुख्यमंत्री ने कहा था टोकनधारी किसानों का धान खरीदा जाएगा लेकिन आज भी कबीरधाम जिले के 3500 किसानों के धान की खरीदी नहीं हो पाई है। (Bilspur High court)
Read more: छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी को लेकर भाजपा ने खोला लॉकडाउन में मोर्चा, सांसद, विधायक बैठे धरने पर ….

नहीं हो पाई धान की खरीदी
बोड़ला के किसान रूपेंद्र तिलकवार ने बताया कि किसान अपना धान बेचने के लिए अब हाइकोर्ट पहुंच गए हैं। बोड़ला से 40 किसानों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। वहीं जिले के तीन ब्लॉकों से करीब 100 किसानों ने हाइकोर्ट में अलग से याचिका लगाई है। कबीरधाम जिले में 2 लाख क्विंटल धान की खरीदी होनी बाकी है।
राज्य सरकार पर लगाए गंभीर
युवा जनता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुनील केशरवानी ने कहा कि टोकन होने के बाद भी धान बाजार में बेचने को मजबूर हो रहे हैं। सोसायटी में बेचने के लिए रखे गए धान बरसात की वजह से खराब भी हुए। अभी लॉकडाउन में किसानों की स्थिति दयनीय हो गयी है। मुख्यमंत्री चुनाव से पूर्व गंगाजल की सौगंध खाकर किसानों का दाना दाना धान लेने की बात से मुकर गए हंै।
सोसाइटी में खुले में पड़ा है धान
आज भी किसानों का धान सोसायटी में खुले में रखा हुआ है, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक खरीदी नहीं की गई है। बड़ी मात्रा में धान खराब भी हो गया है। किसान लगातार मौसम की मार झेल रहे हैं। आए दिन पानी गिरने के कारण धान को सुरक्षित रख पाना अब संभव भी नहीं है। किसानों के खून पसीने की कमाई को सरकार बर्बाद करने में लगी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो