अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिले के स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। मुख्य रूप से उपस्वास्थ्य केंद्र पर ताले लटक रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को समय पर ईलाज नहीं मिल पा रहा है।
ग्रामीण हरिसिंह, नन्दलाल, सोवनु, टीकाराम, ज्ञान सिंह ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से यहां पर आंगनबाड़ी और सड़क की मांग के लिए आवेदन देकर थक चुके है। वहीं डेंगुरजाम में सड़क, बिजली, आंगनबाड़ी भी नहीं है। लोग समस्या से ग्रस्त है। हर जगह आवेदन दिए पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।
नहीं मिल रहा पूरक पोषण आहार
आंगनबाड़ी केंद्र के अंतर्गत विभिनन प्रकार की योजना का लाभ मिलना था लेकिन अधिकारियों के उदासीनता की वजह से मिनी आंगनबाड़ी तक नहीं खुल सका है। बैगा, आदिवासी महिला, गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु, कुपोषित बच्चे भी कई पूरक पोषण आहार योजना से वंचित हैं।
वर्सन
नवजात के मौत की जानकारी नहीं है। अभी स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल है, जिसके कारण समस्या हो रही है।
डॉ. बीएल राज, बीएमओ, पंडरिया