ज्ञात हो कि इस मामले को पत्रिका ने सबसे पहले प्रकाशित किया था। इसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और पूरे मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया। नौकरी लगाने के नाम पर आरोपी चवनलाल बघेल ने पूर्व सांसद प्रतिनिधि होने और वर्तमान बिंद्रानवागढ़ विधायक का खास होने की राजनैतिक धौस दिखा बेरोजगार युवक यशवंत यादव पिता दरबन यादव ग्राम धवलपुरडीह थाना मैनपुर को छात्रावास में अधीक्षक की नौकरी लगाने का भरोसा दिला कर अलग अलग किश्तों में 8 लाख रुपए ले लिए थे, जिसमें से 3 लाख रुपये उसने बतौर उधारी लेने का जिक्र करते हुए 100 रुपए के स्टॉम्प पेपर में दो गवाह जिसमे से एक गोविंद नायक निवासी धवलपुर के समक्ष रायपुर में लिखापढ़ी कर ले लिए थे ।
उसके बाद 10 हजार और 20 हजार करके लगभग 2 लाख रुपये और दिए। पांच लाख की भारी-भरकम राशि देने के बाद प्रार्थी ने आगे पैसा देने में असमर्थता जताई तो भाजपा नेता ने 3 लाख रुपए और दिये बिना नौकरी लगा पाने में असमर्थता जाहिर कर दी पैसे नही होने के चलते चवनलाल ने 3 लाख रुपये अपने पास से देने की बात करते हुए चालाकी से यशवंत यादव को 3 लाख उधारी देने की बात कह 100-100 रुपये के दो स्टॉम्प पेपर जिसमें एक में 2 लाख, एक में 1 लाख रुपये देने की लिखा पढ़ी करवा ली। परन्तु इसके बाद चवनलाल ने उसका फोन उठाना और बात करना बंद कर दिया जिससे थक हार कर आवेदक ने 5 अक्टूबर 2018 में मैनपुर थाने और एसपी कार्यालय में शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज करा कार्यवाही की मांग की थी पूरे मामले की जांच पड़ताल के बाद पुलिस को मिली शिकायत सही पाई गई और आईपीसी की धारा 420 के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपी चवनलाल बघेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।