इनका हुआ तबादला
जिले के सबसे बड़े कॉलेज मतलब पीजी कॉलेज से डॉ. दीनू राम राणा सहायक प्राध्यापक इतिहास का ट्रांसफर डौण्डीलोहारा हुआ है। यह प्राभारी प्राचार्य के रूप में भी रहे। इसी प्रकार डॉ.बसंत सोनबेर सहायक प्राध्यापक मानोविज्ञान का ट्रांसफर कमलादेवी महाविद्यालय राजनांदगांव हुआ है। अब मनोविज्ञान के लिए एक भी प्रोफेसर नहीं है। वहीं डॉ. श्वेता पाण्डेय सहायक प्राध्यापक बॉयोटेक्नोलॉजी का कला विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग ट्रांसफर हो गया।
यहां बत्तर स्थिति
जिले का सबसे बड़ा महाविद्यालय में प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों को मिलाकर कुल 42 पद स्वीकृत है। इसमें प्राध्यापक के 11 पद स्वीकृत में एक भी प्राध्यापक पदस्थ नहीं हंै। इसी प्रकार 31 सहायक प्राध्यापक में 12 सहायक प्राध्यापक पदस्थ थे, लेकिन तीन का ट्रांसफर हो जाने से 9 सहायक प्राध्यापक ही पीजी कॉलेज में बचे हैं। इससे जिले की पढ़ाई पूरी तरह चौपट होती जा रही है। यानी कुल 33 प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक के पद खाली पड़े हुए हैं।
जिले के सबसे बड़े कॉलेज मतलब पीजी कॉलेज से डॉ. दीनू राम राणा सहायक प्राध्यापक इतिहास का ट्रांसफर डौण्डीलोहारा हुआ है। यह प्राभारी प्राचार्य के रूप में भी रहे। इसी प्रकार डॉ.बसंत सोनबेर सहायक प्राध्यापक मानोविज्ञान का ट्रांसफर कमलादेवी महाविद्यालय राजनांदगांव हुआ है। अब मनोविज्ञान के लिए एक भी प्रोफेसर नहीं है। वहीं डॉ. श्वेता पाण्डेय सहायक प्राध्यापक बॉयोटेक्नोलॉजी का कला विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग ट्रांसफर हो गया।
यहां बत्तर स्थिति
जिले का सबसे बड़ा महाविद्यालय में प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों को मिलाकर कुल 42 पद स्वीकृत है। इसमें प्राध्यापक के 11 पद स्वीकृत में एक भी प्राध्यापक पदस्थ नहीं हंै। इसी प्रकार 31 सहायक प्राध्यापक में 12 सहायक प्राध्यापक पदस्थ थे, लेकिन तीन का ट्रांसफर हो जाने से 9 सहायक प्राध्यापक ही पीजी कॉलेज में बचे हैं। इससे जिले की पढ़ाई पूरी तरह चौपट होती जा रही है। यानी कुल 33 प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापक के पद खाली पड़े हुए हैं।