आगजनी की घटना में तुलसीराम पिता चुरावन के 8 एकड़ व गजाधार पिता रेवा चंद्रवंशी के 3.50 एकड़ का गन्ना पुरी तरह जल कर नष्ट हो गया। वहीं बिशाल पिता दुलार चद्रवंशी के 2.40 एकड़, अयोध्या पिता दुलार के 1.25 एकड़, गौकरण पिता दुलार के एक एकड़, भारत पिता हरी चंद्रवंशी के 1.20 एकड़, तुकील पिता लतेल साहू के 1.33 एकड़, फागूराम पिता लतेल साहू के एक एकड़, कपील पिता दुकलहा साहू के 1.60 एकड़, दुर्योधन पिता अर्जुन 01 एकड़, द्वारिका पिता चैतराम 0.90 एकड़, तिजऊ पिता टिकवा 0.80 एकड़ अर्जुन पिता गंगाराम 0.90 एकड़, श्रवण पिता अर्जुन 0.80 एकड़, रेखूराम पिता रामफल 0.80 एकड़ गन्ना पूरी तरह जल गया है। इसके अलावा अन्य छोटे किसान के गन्ना फसल भी पूरी नष्ट हो गया है। घटना के बाद किसानों नेे क्षतिपूर्ति के लिए मुआवजे मांग की है।
कुछ दिन पहले पत्रिका ने गन्ना खेत के ऊपर से गुजरने वाले लूंज पूंज विद्युत तार के शार्ट सर्किट से होने वाले खतरे के संबंध में खबर प्रकाशित किया था और ग्राम पलानसरी में इतनी बड़ी घटना सामने आ गई। ग्राम पलानसरी-कोयलारी कांपा में स्थित कांपाखार और डबराखार में ज्यादातर किसानों ने गन्ना का फसल लिया है। गन्ना खेत के ऊपर से विद्युत तार गुजार हुआ है, जिसमें शार्ट सर्किट के चलते शुक्रवार को सुबह 11.30 बजे यह घटना हुई है। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
खेतों में खड़ी गन्ना पूरी तरह परिपक्व हो चुका था और कारखाना ले जाने की तैयार थे। इधर बिसेसरा स्थित कारखाना प्रारंभ भी हो चुका है। किसान केवल पर्ची का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच यह घटना सामने आई है। आगजनी की घटना ने पीडि़त किसानों को पूरी तरह तोड़ कर रख दी है।