पुरुषोत्तम बारले आए दिन अपनी पत्नी के चरित्र पर शंका कर झगड़ा करता था, जिस पर उसका लड़का आपत्ति करता, अपने पिता को मना करता था। 31 जुलाई की सुबह 8.30 बजे के करीब पुरुषोत्तम के घर से बचाओ-बचाओ की आवाज आई तो आसपास लोग दौड़े। देखा तो पुरुषोत्तम बारले बेहोश जमीन पर पड़ा था जबकि उसका लड़के हाथ में कुल्हाड़ी था जो खून से सना था। डॉयल 112 को सूचना देकर बुरी तरह से घायल पुरुषोत्तम को जिला अस्पताल ले रहे थे कि रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
मामले मेंं पुलिस अपचारी बालक के खिलाफ मामला दर्ज किया। हत्या के बाद बालक भागा नहीं बल्कि घर में रहा। वह पुलिस को अपने पिता की हरकतों को बताता रहा। बालक को पुलिस ने दुर्ग बाल संपे्रक्षण गृह भेजा गया। पिपरिया थाना प्रभारी कपिलदेव चंद्रा ने बताया कि मृतक पुरषोत्तम बारले के सिर में बांऐ तरफ दो घाव था। मृतक के पिता के रिपोर्ट में मामला दर्ज कर अपचारी बालक के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया।