शिक्षकीय कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षक को अन्यत्र हटाने की लगाई गुहार
कवर्धाPublished: Jul 31, 2019 12:16:00 pm
प्राथमिक स्कूल में पदस्थ प्रभारी प्रधानपाठक सुन्दर भट्ट शिक्षकीय कार्य में उदासीनता बरत रहे हैं। बच्चों को पढ़ाने में इनका कोई रुचि नहीं है। इसके चलते बच्चों का स्तर गिरता जा रहा है।
The teacher is not allowed to remove
कवर्धा. शिक्षकों पर ही बच्चों की भविष्य की जिम्मेदारी होती। इसी लिए शिक्षक को भगवान तुल्य गुरु की संज्ञा दी जाती है, लेकिन ग्राम हरिनछपरा में पदस्थ शिक्षक बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। ऐसे में पालकों ने उक्त शिक्षक को अन्य स्थानांतरण करने की मांग कलक्टर से की है।
ग्राम हरिनछपरा में प्राथमिक शाला संचालित हो रही है, जहां गांव के दर्जनों बच्चे अध्ययनरत है। प्राथमिक स्कूल में पदस्थ प्रभारी प्रधानपाठक सुन्दर भट्ट शिक्षकीय कार्य में उदासीनता बरत रहे हैं। बच्चों को पढ़ाने में इनका कोई रुचि नहीं है। इसके चलते बच्चों का स्तर गिरता जा रहा है। भुनेश्वर सिंन्हा, दुर्गेश बंजारे, जलेश्वर बघेल, जीवन लहरे, लेखराम सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि प्रभारी प्रधानपाठक पिछले ०७ वर्षों से प्राथमिक शाला में पदस्थ है, लेकिन लगातार शिक्षकीय कार्यों में रुचि नहीं लेकर अपने कर्तव्यों के प्रति उदासीनता बरते आ रहे हैं और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। इससे पहले भी इनके हरकतों को लेकर शिकायत किया गया था, लेकिन राजनीतिक पहुंच के चलते अपना स्थानांतरण से बचता आ रहा है। वहीं ग्रामवासियों को चुनौती देता है कि जहां भी शिकायत करना चाहो कर सकते हैं। उनका कुछ बिगडऩे वाला नहीं है।
लापरवाही की हदे पार
स्कूल में बच्चे शिक्षक का ही अनुकरण करते हैं, लेकिन जब शिक्षक ही बच्चों से खैनी, गुटखा मगाएं तो बच्चों पर इसका गलत प्रभाव ही पड़ेगा। देवप्रसाद, कुंजराम, तीरथ साहू, ललित साहू, धर्मेन्द्र ने बताया कि पदस्थ शिक्षक लापरवाही की हदे पार कर चुका है। एक तो शिक्षक शिक्षकीय कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं ऊपर समय काटने के लिए स्कूल परिसर से बाहर दुकान व ठेला में समय बीता देता है। प्रभारी प्रधानपाठक बच्चों से ही गुटखा व खैनी मंगाने से नहीं बतराते। उक्त शिक्षक ऐसे हरकत से बच्चों पर लगत प्रभाव पड़ रहा है। पालकों ने ऐसे लापरवाह शिक्षक का हस्तातरण अन्य करने की मांग की है।