महंगाई : पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम का असर अब सब्जियों पर
आसमान छूते दाम अब जनता की जेब ढीली कर रही है। वहीं महिलाओं की किचन का बजट बिगड़ गए हैं। इस तरह लगातार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम से महंगाई की रफ्तार भी बढ़ गई है।
कवर्धा
Published: March 29, 2022 06:11:52 pm
कवर्धा. पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम का असर अब ट्रांसपोटेशन पर पडऩे लगा है, जिसका असर सब्जियों के कीमतों में भी देखा जा सकता है। सेमी का दाम ८० प्रति किलो सुनकर ही लोग पीछे हट रहे, वहीं करेला ६० रुपए प्रति किलो, भिंडी ५०, गवारफल्ली ६० और मुनगा ५० रुपए सहित सभी हरी सब्जियां 40 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है। बाजार में केवल आलू, भटा और बंधागोभी ही २० रुपए किलो मिल पाएगा।
आसमान छूते दाम अब जनता की जेब ढीली कर रही है। वहीं महिलाओं की किचन का बजट बिगड़ गए हैं। इस तरह लगातार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम से महंगाई की रफ्तार भी बढ़ गई है। सब्जी वीरों ने बताया कि वर्तमान में लोकल सब्जियों की आवक कम हो गई है। बाहर से सब्जियां जिले में पहुंच रही हैं। ऐसे में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी बढ़ गया है। इस वजह सब्जियां की लागत बढ़ गई है और बाजार में काफी महंगे दाम पर बिक रही है। सब्जियों की बढ़ती कीमत से लोग खासे परेशान हैं। लगातार बढ़ती महंगाई के चलते लोगों की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी है। इसके अलावा प्याज, बरबट्टी व दाल के भाव से भी लोग परेशान है। फिरहाल बाजार में टमाटर की कीमत सबसे कम है। सब्जियों के राजा आलू के दाम भी समान्य ही है। आलू १५ से २० रुपए प्रति किलो बिक रहा है तो वहीं टमाटर 5 के दाम पर बिक रहा है। यहीं कारण है कि किसान खेतों में टमाटर परिपक्व होने के बाद भी नहीं तोड़ रहे हैं और टमाटर खेतों में परिपक्व होकर खेत में गिर रहे हैं।
टमाटर की खेती करने वाले किसान निराश
तापमान बढऩे के साथ ही टमाटर की कीमत लुढ़कने लगा है। मौसम के उतार-चढ़ाव का असर नगदी फसलों पर देखने को मिल रहा है। हरी सब्जी की कीमतों में जहां बढ़ोत्तरी हुई है, तो टमाटर की कीमत लुढ़कर ५ रुपए प्रति किलो पहुंच गया है। ऐसे में टमाटर की खेती करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक तो बाजार में किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। वहीं टमाटर खेतों में ही परिपक्व होकर गल कर गिर रहे हैं। मौसम में काफी दिनों से उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। आसमान में कभी काले बादल छा जाता है, तो कभी तेज धूप निकल आते हैं। ऐसी स्थिति टमाटर का भाव काफी गिर चुका है। 10 रुपए में दो किलो टमाटर मिल रहा है। ऐसे में किसानों को लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है।

महंगाई : पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम का असर अब सब्जियों पर
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
