ग्राम बरबसपुर में चोरी की बिजली से न सिर्फ घरों में रोशनी है, बल्कि खेतों की सिंचाई भी हो रही है। कई खेत मालिक द्वारा अवैध तरीके से बिजली चोरी कर मोटर पंप चलाए जा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में यह नजारा आम है। इस तरह की चोरी अक्सर शाम के समय होती है। रातभर मोटर पंप से खेतों की सिंचाई होती है। सुबह होते ही अवैध कनेक्शन निकाल लिए जाते हैं, ताकि विभाग की नजरें उनके अवैध कारनामों पर न पड़े और चोरी छुपे काम चलता रहे।
बावजूद इसके सरकारी नुमाइंदे चोरी रोकने में लगातार असफल साबित हो रहे हैं। गांवों में बिजली चोरी की भनक अफसरों को भी है। किंतु छापा मारने की जगहमत वे भी नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर कई बार विभागीय कार्यप्रणाली पर भी संदेह होने लगता है।
बिजली चोरी को रोकने के लिए केबलीकरण का कार्य किया जाना है,लेकिन जिले के अधिकांश गांवों में केबलीकरण नहीं हो पाया है। इसका फायदा उठाते हुए ग्रामीण हुकिंग कर अवैध कनेक्शन लेकर घर रौशन कर रहे हैं। गांव में हो रहे विद्युत चोरी को रोकने विद्युत विभाग के अफसर फिसड्डी साबित हो चुके हैं। लाखों रुपए खर्च कर केबलीकरण किया गया। इसका भी नतीजा शून्य ही निकला। लिहाजा अपनी नाकामी छिपाने के लिए गांवों में बिजली बंद करने का सिलसिला चल पड़ा है। शाम होते ही गांवों में बिजली बंद कर दी जाती है। तंग आकर जब ग्रामीण शिकायत करने पहुंचते हैं, तो फिर हड़बड़ी में विद्युत बहाल कर दी जाती है।