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लाखों का पटवारी भवन जर्जर, लोगों को परेशानी

locationकवर्धाPublished: Oct 22, 2018 01:58:21 pm

Submitted by:

Panch Chandravanshi

लोगों की सहुलियत के लिए जगह जगह पटवारी मुख्यालय खोला है। ताकि लोगों की राजस्व संबंधी व अन्य विभागीय काम को स्थानीय स्तर पर आसानी से निपटाया जा सके , लेकिन कई ऐसे मुख्यालय है जहां कार्यालय तो है, लेकिन पटवारी पदस्त नहीं है और कई ऐसे भी कार्यालय है जिसके पट महीनों तक खुलते ही नहीं है।

Patwari Bhaban shabby

Patwari Bhaban shabby

कवर्धा. बीरेन्द्रनगर. ग्राम पंचायत बीरेन्द्रनगर में बने पटवारी भवन पुरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुका है। खिड़की, दरवाजा टूटकर बाहर आ चुका है। इसके बाद भी मरम्मत लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। अव्यवस्था का आलम यह है कि चारों तरफ फैली गंदगी के बीच बैठकर पटवारी किसानों का कार्य करते हैं।
सहसपुर लोहारा ब्लाक अंतर्गगत ग्राम बीरेन्द्रनगर में शासन द्वारा लोगों की सहुलियत के लिए जगह जगह पटवारी मुख्यालय खोला है। ताकि लोगों की राजस्व संबंधी व अन्य विभागीय काम को स्थानीय स्तर पर आसानी से निपटाया जा सके , लेकिन कई ऐसे मुख्यालय है जहां कार्यालय तो है, लेकिन पटवारी पदस्त नहीं है और कई ऐसे भी कार्यालय है जिसके पट महीनों तक खुलते ही नहीं है। कुछ ऐसा ही हाल बीरेन्द्रनगर के पटवारी कार्यालय का है। इन दिनो भवन पुरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुका है। चारों ओर गंदगी फैली हुई है। वहीं भवन के खिड़की, दरवाजा टुट चुके हैं।
मरम्मत की जरूरत
भवन की स्थिति ऐसी है कि यहां न तो पटवारी बैठ सकता है और न ही किसान। इसके चलते भवन विरान पड़ हुआ है। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है।बीरेन्द्रनगर पटवारी भवन में सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए मरम्मत कार्य जरूरी है। ताकि किसानों का सारा काम पटवारी अपने भवन में ही बैठकर निपटा सके। भवन की स्थित खराब होने के कारण वर्ममान में पटवारी पंचायत भवन में बैठकर किसानों का काम कर रहे हैं।
चक्कर काट रहे किसान
सर्किल अंतर्गत आने वाले लोगों राजस्व, बंटवारा, सीमांकन संबंधी काम व आधार लिंक जैसे महत्वपूर्ण काम के लिए रोजाना पटवारी मुख्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। एक तो भवन की स्थिति खराब है। वहीं पटवारी के नहीं मिलने पर जिला मुख्यालय का रुख कर रहे हैं। इससे न केवल आने जाने में खर्च अधिक होता है। बल्कि समय भी लगता है। एक काम के लिए पूरा दिन का समय लग जाता है। इसके चलते किसान काफी परेशान हो चुके है।
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