scriptलगातार आगजनी की घटनाओं के बाद भी विभाग नहीं ले रहा सबक | Lesson not being taken even after incidents of constant arson | Patrika News

लगातार आगजनी की घटनाओं के बाद भी विभाग नहीं ले रहा सबक

locationकवर्धाPublished: Jan 06, 2019 11:49:09 am

Submitted by:

Panch Chandravanshi

ग्राम बिजई सबस्टेशन से गांवों को रौशन करने के लिए सप्लाई दिया गया, जो सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि से होकर गुजरी है। फिरहाल गन्ना फसल लगी है। खेतों के बीच में ट्रांसफार्मर व आसपास ही कई विद्युत खंभे खड़े हैं। इन खंभों से हाईटेंशन तार फसलों से होकर गुजरी हुईं है।

Department not taking lessons

Department not taking lessons

रबेली. खेतों में खड़े फसलों पर बदहाल खंभों पर लूंज पूंज लटकते बिजली के तारों से खतरा मंडरा रहा है। बिजली के तारों में जरा सा भी शार्ट-सर्किट होती है, तो फसल जलकर राख हो सकती है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। बावजूद इसके विद्युत वितरण कंपनी लापरवाही बना हुआ है। लगातार आगजनी की घटना सामने आ रही है।
ग्राम बिजई सबस्टेशन से गांवों को रौशन करने के लिए सप्लाई दिया गया, जो सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि से होकर गुजरी है। फिरहाल गन्ना फसल लगी है। खेतों के बीच में ट्रांसफार्मर व आसपास ही कई विद्युत खंभे खड़े हैं। इन खंभों से हाईटेंशन तार फसलों से होकर गुजरी हुईं है। मेंटनेंस नहीं होने के कारण हाईटेंशन तार लुंज-पुंज हो गए हैं, जों गन्नों को छू रही हैं। इन विद्युत तारों को आए दिन शार्ट-सर्किट होती रहती है। इससे फसलों में आग लगने का खतरा बना हुआ है और लगातार आगजनी की घटनाएं भी हो रही है। यूं तो मेंटनेंस को लेकर हर साल विद्युत कंपनी को लाखों रुपए मिलते हैं। इसके बावजूद सुधार के नाम पर महज खानापूर्ति कर दी जाती है। विद्युत सब-स्टेशन में लाइनमैन पर विद्युत सुधार का जिम्मा हैं। फसलों के ऊपर खतरा बनकर मंडरा रहे इन जर्जर व लटके विद्युत तारों के सुधार को लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है। बावजूद इसके लाइनमैन कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अनदेखी का सिलसिला यूं ही बना रहा, तो फसलों में आग लगना निश्चित है। यदि ऐसा होता है, तो किसानों को बेहद नुकसान उठाना पड़ सकता है। लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
सामने आ रही आगजनी की घटना
गन्ना फसलों में आजगनी की घटना लगातार सामने आ रही है। आगजनी का मुख्य कारणों में विद्युत तारों में शार्ट सर्किट होती है। ०४ जनवरी को ही ग्राम हरिनछपरा में गन्ने खेत के ऊपर से गुजरने वाले विद्युत तार में शार्ट सर्किट होने से ०५ एकड़ का गन्ना जलकर राख हो गई। वहीं पिछले माह ग्राम पलानसरी में लगभग १०० एकड़ का गन्ना फसल भी लूंज पूंज विद्युत तार में शार्ट सर्किट के दौरान उठने वाले चिंगारी की भेंट चढ़ गई। इस तरह लगातार आगजनी की घटना सामने आ रही है
लूंज-पूंज विद्युत तार से बिजल सप्लाई
ग्राम बिजई सब स्टेशन के अंतर्गत दर्जनों गांव आते हैं, जहां से गांव की ओर लंूज पूंज तार से बिजली सप्लाई हो रही है। ऐसे में शार्ट सर्किट के चलते कभी भी आगजनी की घटना हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो किसानों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि गन्ना खेतों में छोटी सी चिंगारी भी भीषण रुप ले लेता है, जिस पर काबू पाना मुश्किल होता है। क्योंकि सूख चुके गन्ना के पत्तों से आग तेजी से फैलता है और एक के बाद दूसरे खेतों तक पहुंच जाता है।
किसानों को होगा बड़ा नुकसान
इससे पहले कई बार गन्ना फसल में शार्ट सर्किट से आग लग चुका है। इससे किसानों को काफी नुकसान भी हो चुका है। वहीं शक्कर कारखाना में जला हुआ गन्ना लाने मना किया जाता है। इससे किसानों को सबसे अधिक नुकसान होता है। इसके बाद भी गन्ना खेत से होकर गुजरने वाले विद्युत तार को दुरुस्त कराने ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गन्ना के पकने के बाद पत्ते सूख जाते हैं। इसके बाद जरा सी चिंगारी भी आग पकड़ लेती है। हर वर्ष दर्जनों किसानों के खेत में आग लगने की घटना सामने आती है।
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