गन्ना फसलों में आजगनी की घटना लगातार सामने आ रही है। आगजनी का मुख्य कारणों में विद्युत तारों में शार्ट सर्किट होती है। ०४ जनवरी को ही ग्राम हरिनछपरा में गन्ने खेत के ऊपर से गुजरने वाले विद्युत तार में शार्ट सर्किट होने से ०५ एकड़ का गन्ना जलकर राख हो गई। वहीं पिछले माह ग्राम पलानसरी में लगभग १०० एकड़ का गन्ना फसल भी लूंज पूंज विद्युत तार में शार्ट सर्किट के दौरान उठने वाले चिंगारी की भेंट चढ़ गई। इस तरह लगातार आगजनी की घटना सामने आ रही है
ग्राम बिजई सब स्टेशन के अंतर्गत दर्जनों गांव आते हैं, जहां से गांव की ओर लंूज पूंज तार से बिजली सप्लाई हो रही है। ऐसे में शार्ट सर्किट के चलते कभी भी आगजनी की घटना हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो किसानों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि गन्ना खेतों में छोटी सी चिंगारी भी भीषण रुप ले लेता है, जिस पर काबू पाना मुश्किल होता है। क्योंकि सूख चुके गन्ना के पत्तों से आग तेजी से फैलता है और एक के बाद दूसरे खेतों तक पहुंच जाता है।
इससे पहले कई बार गन्ना फसल में शार्ट सर्किट से आग लग चुका है। इससे किसानों को काफी नुकसान भी हो चुका है। वहीं शक्कर कारखाना में जला हुआ गन्ना लाने मना किया जाता है। इससे किसानों को सबसे अधिक नुकसान होता है। इसके बाद भी गन्ना खेत से होकर गुजरने वाले विद्युत तार को दुरुस्त कराने ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गन्ना के पकने के बाद पत्ते सूख जाते हैं। इसके बाद जरा सी चिंगारी भी आग पकड़ लेती है। हर वर्ष दर्जनों किसानों के खेत में आग लगने की घटना सामने आती है।