दो माओवाद प्रभावित केंद्र बढ़े
जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्र में कुल 298 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र हैं। इसमें सबसे प्रमुख माओवादी प्रभावित मतदान केंद्र हैं, जिसकी संख्या 102 हो चुकी है, जबकि विधानसभा चुनाव के समय 100 थे। अभी 56 अतिसंवेदनशील और 46 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं। इसमें कवर्धा विधानसभा अंतर्गत 84 मतदान केंद्र हैं। वहीं पंडरिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 18 मतदान केंद्र ही संवेदनशील व अतिसंवेदशील हैं।
एक नजर में….
विवरण | पंडरिया | कवर्धा | कुल |
अतिसंवेदनशील(माओवाद) | 7 | 49 | 56 |
संवेदनशील(माओवाद) | 11 | 35 | 46 |
राजनीतिक संवेदनशील | 107 | 89 | 196 |
सामान्य मतदान केंद्र | 268 | 236 | 504 |
कुल | 393 | 409 | 802 |
संवेदनशील केंद्र कम
माओवाद प्रभावित संवेदनशील केंद्रों की तरह राजनीतिक संवेदनशील मतदान केंद्रों की भी सुरक्षा आवश्यक है। जिले में इस बार 196 राजनीतिक संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जबकि विस चुनाव 2018 के समय 323 थे।
कई तरह की दिक्कतें
माओवादी प्रभावित क्षेत्र में कई तरह की दिक्कतें आती है। मुख्य रूप से चुनावी जागरुकता अभियान, प्रत्याशी द्वारा प्रचार-प्रसार, सभा आयोजन, कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर प्रचार को लेकर परेशानी होती है। हालांकि अब तक चुनाव में किसी तरह की वारदात सामने नहीं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं सुरक्षा में लापरवाही हो। इसके लिए जिला पुलिस पूरी तरह से सक्षम व तैयार है।