झिरना के कुंड स्थल और डोंगरिया स्थित जलेश्वर महादेव घाट के मेले को लेकर सबसे ज्यादा बच्चों और ग्रामीण महिलाओं में उत्साह देखा गया। खिलौनों की दुकान देखकर छोटे-छोटे बच्चे अपने बड़े-बुजुर्गों से जिद करने लग जाते। जिद तभी खत्म होती, जब उनकी फरमाईश पूरी होती। खिलौना मिलने के बाद उत्साह से बच्चे फूले नहीं समाते। अपने अन्य मित्रों को खिलौने दिखाकर अपनी प्रसन्नता का इजहार कर रहे थे। माघी मेले में महिलाओं का उत्साह भी देखते ही बना। नए-नए परिधान पहनकर महिलाओं ने मेले में खूब खरीदारी किए। रोजमर्रा की जरुरी चीजों के साथ ही चूडिय़ां, बिंदी और आर्टिफिसियल गहनों की जमकर खरीदारी हुई।
मेले स्थल पर धार्मिक कार्यक्रमों की धूम रही। झिरना में जहां पांच दिवसीय अखण्ड नवधा रामायण का आयोजन किया जा रहा है। वहीं डोंगरियों में धार्मिक कार्यक्रमों की धूम रही। शिक्षक नंदकुमार शर्मा ने बताया कि युवाओं व बच्चों ने जहां मेला का आनंद लिया। वहीं बुजुर्ग महिला, पुरुषों ने बैठकर मानस गान का आनंद लिए। हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंडप में उपस्थित थे। इस दिन पूरे गांव में पर्व की तरह माहौल देखा गया। लोग मेले का आनंद देर शाम तक लेते रहे। मेले के अंतिम दिन बुधवार को मातर मड़ई का आयोजन किया जाएगा, जहां मांदर की थाप पर यादवों की टोली झूमते दिखाई देगी।