scriptकवर्धा हिंसा के प्रार्थी के साथ DSP ने की जमकर मारपीट, पुलिस अभिरक्षा में मां को मिलने से रोका, VHP ने मंत्री से मांगा इस्तीफा | Main accused of Kawardha violence assaulted in police custody | Patrika News

कवर्धा हिंसा के प्रार्थी के साथ DSP ने की जमकर मारपीट, पुलिस अभिरक्षा में मां को मिलने से रोका, VHP ने मंत्री से मांगा इस्तीफा

locationकवर्धाPublished: Oct 21, 2021 11:43:38 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

Kawardha violence: विहिप के प्रांतीय अध्यक्ष चद्रशेखर वर्मा ने प्रेसवार्ता लेकर कवर्धा में हुए घटनाक्रम और उत्पन्न परिस्थियों के लिए मंत्री और कवर्धा विधायक को ही जिम्मेदार ठहराया है।

कवर्धा हिंसा के मुख्य आरोपी दुर्गेश से पुलिस अभिरक्षा में जमकर मारपीट, मां को मिलने से रोका, विहिप ने मंत्री से मांगा इस्तीफा

कवर्धा हिंसा के मुख्य आरोपी दुर्गेश से पुलिस अभिरक्षा में जमकर मारपीट, मां को मिलने से रोका, विहिप ने मंत्री से मांगा इस्तीफा

कवर्धा. 3 और 5 अक्टूबर को कवर्धा में हुए हिंसा की घटना के बाद धीरे-धीरे माहौल शांत हो चुका है। इधर हिंसा के आरोप में गिरफ्तार दुर्गेश देवांगन को थाने में ही पुलिस अभिरक्षा में बेहरमी से पिटाई करने का आरोप लगा है। हिरासत में डीएसपी वासनिक ने प्रार्थी से जमकर मारपीट की है। इसे लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने मंत्री और स्थानीय विधायक पर निशाना साधा है। विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) ने मंत्री और स्थानीय विधायक मो.अकबर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विहिप के प्रांतीय अध्यक्ष चद्रशेखर वर्मा ने बुधवार को प्रेसवार्ता लेकर कवर्धा में हुए घटनाक्रम और उत्पन्न परिस्थियों के लिए मंत्री और कवर्धा विधायक को ही जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की, स्थानीय विधायक ही कवर्धा के सौहार्द बिगाडऩे वाले हंै ऐसे में उन्हें प्रदेश सरकार मंत्री पद से हटाए।
घटना की हो न्यायिक जांच
विधायक अपने पद से इस्तीफा दें अन्यथा कबीरधाम जिले में प्रवेश करने पर उनका पुरजोर विरोध किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने मांग रखी कि सम्पूर्ण घटना का न्यायिक जांच हो। दोषियों पर कार्रवाई हो और निर्दोष लोगों की रिहाई की जाए। वहीं एफआईआर दर्ज करना बंद करें। प्रेसवार्ता के दौरान विश्व हिन्दू परिषद वरिष्ठ सदस्य राधेश्याम चंद्रवंशी, पीडि़त दुर्गेश की मां लक्ष्मी देवांगन, पिता और बहन मौजूद रहीं।
कवर्धा हिंसा के मुख्य आरोपी दुर्गेश से पुलिस अभिरक्षा में जमकर मारपीट, मां को मिलने से रोका, विहिप ने मंत्री से मांगा इस्तीफा
3 अक्टूबर के घटना के प्रत्यक्षदर्शी और दुर्गेश देवांगन की मां लक्ष्मी देवांगन ने विश्व हिन्दू परिषद के प्रेसवार्ता में अपनी आपबीती बताई। छलकते आंसू के साथ उन्होंने कहा 3 अक्टूबर की घटना के बाद अब तक वह अपने बेटे दुर्गेश से नहीं मिल पाई है। मंगलवार को सूचना मिली दुर्गेश को पुलिस पकड़ कर लाई है तो अपने वकील को थाना भेजा। दूर से उनकी मुलाकात हुई। इस पर बताया कि दुर्गेश को किसी पुलिस अधिकारी ने बहुत मारा है।
रात में पुलिस वाले घर में कूदकर आए
रात को 4 बजे दो पुलिस वाले पीछे दरवाजे से कूदकर घर आए उन्होंने कहा आपका बेटा पुलिस हिरासत में है। कागज में हस्ताक्षर कर दो। सुबह आकर मिल लेना। सुबह 8 बजे थाना पहुंची लेकिन बेटे से नहीं मिलने दिया। दो घंटे बाद 10 बजे कहा वो जेल में है वहां जाओ। दुर्गेश से मिलने जेल गई वहां भी उससे नहीं मिलने दिया। दुर्गेश को और उसके हालचाल को लेकर चिंतित और दु:खी है। दुर्गेश से उनके परिजनों को मिलने देना चाहिए।
पुलिस अधिकारी को निलंबित करने की मांग
मंगलवार की शाम को 3 अक्टूबर को हुए विवाद मामले में दुर्गेश देवांगन को पुलिस ने हिरासत में लिया। इसके बाद एसपी ने बयान भी जारी किया दुर्गेश देवांगन और प्रहलाद साहू को रायपुर से गिरफ्तार किया गया। विहिप के प्रांतीय अध्यक्ष वर्मा ने कहा कि कवर्धा थाने में पुलिस अभिरक्षा में अधिकारी वासनिक ने दुर्गेश से मारपीट किया। दुर्गेश को तब तक मारा जब तक वह अधिकारी थक नहीं गया। किस अपराध का यह क्रूर दंड दिया गया। उक्त अधिकारी को निलंबित कर कानूनी कार्रवाई की मांग की।
विहिप के नेता लगा रहे गलत आरोप
विहिप के आरोप पर एसपी मोहित गर्ग ने कहा कि जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत है बेबुनियाद हैं। किसी भी पुलिस वाले ने किसी भी प्रकार से मारपीट नहीं की है। दुर्गेश को कल ही जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। शांत माहौल को बिगाडऩे का प्रयास किया जा रहा है। लोग शांति बनाए रखें। किसी के बहकावे में न आए। प्रशासन शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास कर रही है। जो भी इसे बिगाडऩे का प्रयास करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा किसी भी तरह के फेक न्यूज और अफवाह से भी आम जनता को बचने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया पर लगातार फेक न्यूज प्रसारित हो रहा है जिस पर पुलिस निगरानी बनाए हुए है। लेकिन आम जनता को अफवाह पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
पत्रिका व्यू: मामला शांत, बढऩे न दें
राज्य सरकार, शासन और जिला प्रशासन इस कोशिश में लगी है कि किसी तरह से कवर्धा का मामला शांत हो और लोग पूर्व की तरह आम जीवनयापन कर सके। शहर के अलावा जिलेभर के लोग यही चाहते हैं लेकिन कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन से ही चूक हो रही है। त्वरित कार्रवाई होती तो इस तरह के हालात नहीं बनते। वहीं अब सवाल है कि आखिर मंगलवार की रात को कोतवाली थाना में ऐसा क्या हुआ जिसके कारण सवाल उठ रहे हैं। यदि किसी तरह की गलती पुलिस अधिकारी द्वारा किया गया है तो कार्रवाई कर मामले का शांत किया जाए। मामले को किसी भी तरह से बढऩे न दिया जाए।
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