मंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पीडि़त आदिवासी परिवार को न्याय मिलेगा। बेटे की आत्महत्या की खबर लगते ही पीडि़त परिवार ने चिल्फी थाने का घेराव किया था। जहां उन पर बल का प्रयोग किया गया। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन किया। तब जाकर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
छीरपानी कॉलोनी में स्थित आबकारी नियंत्रण दफ्तर के कक्ष में बुधवार सुबह युवक की फंदे पर लटकी हुई लाश मिली। जिसके बाद आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया। युवक को अवैध शराब बिक्री के संबंध में पूछताछ के लिए मंगलवार को आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कस्टडी में लिया था। रात भर उसे कक्ष में बंद कर दिया था। जहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आबकारी अधिकारी कबीरधाम सौरभ बख्शी ने बताया कि युवक चिल्फी थाने अंतर्गत ग्राम बेंदा का रहने वाला है। मृतक युवक हरिचंद्र, पिता ननकू बैगा उम्र 26 वर्ष को मंगलवार को देशी और अंग्रेजी शराब की अवैध बिक्री मामले में कस्टडी में लिया गया था। जिसकी आज सुबह 8 बजे फंदे से लटकी लाश मिली है।
आबकारी विभाग के कस्टडी में युवक की आत्महत्या की जांच मजिस्ट्रेट कर रहे हैं। इसके अलावा पुलिस ने भी इस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है। आदिवासी युवक द्वारा कस्टडी में आत्महत्या से सनसनी फैल गई है। इधर आबकारी विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल उठ गया है।