पिछले वर्ष जिले के 49 हजार 148 किसानों ने धान बेचे। शासन ने किसानों से 1450 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 20 लाख 90 हजार 984 क्विंटल धान की खरीदी किए थे। वहीं 300 रुपए बोनस दिया गया। इसकी कुल राशि 3 आर 28 करोड़ 67 लाख 7104 रुपए हुआ, लेकिन एक अरब 48 करोड़ 72 हजार 197 रुपए ऋण के रूप में ही काट दिया गया था। इसके चलते किसानों को एक अरब 80 करोड़ 66 लाख 34 हजार 906 रुपए का भुगतान हुआ। इसके चलते औसतन देखा जाए तो प्रति किसान 36 हजार 759 रुपए ही मिले।
कबीरधाम जिले के 68 हजार 437 किसानों ने धान बिक्री के लिए पंजीयन कराया। वहीं सोसायटी के माध्यम से २७ लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य है। यदि लक्ष्य अनुरूप खरीदी होती है तो धान का कुल मूल्य 6 अरब 75 करोड़ रुपए होगा। इसमें कोई ऋण नहीं काटा जाएगा। मतलब यह पूर्ण राशि किसानों के हाथ में जाएगा। इससे औसतन प्रति किसान 98 हजार 630 रुपए शुद्ध भुगतान होगा।
अब तक उपार्जन केंद्रों में 22171 किसानों द्वारा धान बिक्री की जा चुकी है। इनके धान को 1750 रुपए समर्थन मूल्य व 300 रुपए प्रति क्विंटल की दर खरीदा गया। लेकिन इन किसानों को निराश होने की जरुरत नहीं है। निर्देश आने के बाद भी इन किसानों का भुगतान भी 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से किया जाएगा। ऐसे में बेफिक्र होकर किसान धान बेच सकते हैं।