शहरवासियों की प्यास बुझाने के लिए नगर पालिका प्रशासन जल संसाधन विभाग से पानी खरीदता है। सरोदा जलाशय से जल शुद्धिकरण संयंत्र(वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) के जरिए रोजाना 44 लाख लीटर पानी शहर के 7600 घरों में सप्लाई की जाती है। इसके लिए जल संसाधन विभाग का निर्धारित शुल्क भी है, जो पालिका प्रशासन द्वारा जमा नहीं किया जाता। पालिका प्रशासन पर पिछले वर्ष का जलकर बकाया है। 3 मार्च 2016 से मई 2018 तक पालिका की ओर से राशि जमा ही नहीं किया गया। बकाया पर ब्याज चढ़ते-चढ़ते 25 लाख 43 हजार रुपए पहुंच चुका है। पालिका प्रशासन की लापरवाही इसमें साफ दिखाई देता है।
नगर पालिका कवर्धा के सीएमओ सुनील अग्रहरि ने कहा कि पालिका द्वारा पानी लिया जाता है जिसका राशि बकाया है। राशि के लिए शासन से मांग की गई है। जैसे से शासन से राशि मिलेगी भुगतान किया जाएगा।
कबीरधाम जलसंसाधन विभाग के ईई बीपी सिंह ने बताया कि कवर्धा नगर पालिका पर 25 लाख रुपए की राशि जलकर के रूप में बकाया है। दो साल से जलकर भुगतान नहीं किया गया, जबकि इसके लिए कई बार पत्र भेजा जा चुका है।