बिगड़ रही स्थिति
गांव में व्याप्त समस्याओं को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत की जा चुकी है। शिकायत पर सरपंच और सचिव कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते स्थिति भयावह होती जा रही है। गलियों में जाम कीचड़ के कारण अब मच्छर व अन्य कीड़े-मकोड़े भी पनपने लगे हैं। आसपास रहवासियों की जिंदगी नरक से बद्तर हो चुकी है। यदि स्थिति में जल्द ही सुधार नहीं हुआ, तो बीमारी फैलने की आशंका बढ़ जाएगी।
गांव में व्याप्त समस्याओं को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत की जा चुकी है। शिकायत पर सरपंच और सचिव कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते स्थिति भयावह होती जा रही है। गलियों में जाम कीचड़ के कारण अब मच्छर व अन्य कीड़े-मकोड़े भी पनपने लगे हैं। आसपास रहवासियों की जिंदगी नरक से बद्तर हो चुकी है। यदि स्थिति में जल्द ही सुधार नहीं हुआ, तो बीमारी फैलने की आशंका बढ़ जाएगी।
गिरकर चोटिल हो रहे
गांव की गलियां गंदे पानी और कीचड़ से सराबोर हो चुकी है। मौजूदा समय में इसने कीचड़ का रूप ले लिया है, जिसके चलते आए दिन बच्चे गिरते रहते हैं। गलियों में कीचड़ के कारण बच्चों के खेलने की आजादी छीन गई है। एक बार घर के अंदर घुस गए, तो वहीं कैद होकर रह जाते हैं। बाहर खेलने भी नहीं जा सकते हैं। यदि निकल भी गए, तो कीचड़ में फिसलकर गिर जाते हैं और उन्हें चोंट भी लग जाती है।
गांव की गलियां गंदे पानी और कीचड़ से सराबोर हो चुकी है। मौजूदा समय में इसने कीचड़ का रूप ले लिया है, जिसके चलते आए दिन बच्चे गिरते रहते हैं। गलियों में कीचड़ के कारण बच्चों के खेलने की आजादी छीन गई है। एक बार घर के अंदर घुस गए, तो वहीं कैद होकर रह जाते हैं। बाहर खेलने भी नहीं जा सकते हैं। यदि निकल भी गए, तो कीचड़ में फिसलकर गिर जाते हैं और उन्हें चोंट भी लग जाती है।