सहायक शिक्षकों के हड़ताल के चलते कई प्राथमिक स्कूल शिक्षकविहीन हो गए। विभाग द्वारा मीडिल स्कूल के शिक्षकों बच्चों को पढ़ाने के जिम्मेदारी दी। वहीं कक्षा से ही किसी बच्चे को इसकी जिम्मेदारी दे दी जाती। अधिकतर स्कूल में मध्याह्न भोजन के बाद छुट्टी दे दी जाती।
जिले के चारों ब्लॉक अंतर्गत सबसे अधिक शासकीय स्कूल पंडरिया ब्लॉक में है। यहां पर 321 प्राथमिक स्कूल में 26 हजार 279 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। स्कूल की संख्या अधिक होने के कारण शिक्षक भी अधिक है। यहां करीब 700 शिक्षक हड़ताल में शामिल हुए। नोटिस मिलने के बाद कई स्कूल के शिक्षक वापस लौटे। चूंकि वनांचल क्षेत्र है जिसके कारण हड़ताल से सबसे अधिक दिक्कतें हुई। इसी तरह से बोड़ला विकासखंड भी वनांचल क्षेत्र है जिसके कारण यहां भी परेशानी हुई।
शिक्षकों को जारी नोटिस में लिखा है कि विगत दो सत्र कोविड-19 वायरस के प्रकोप के कारण शालाओं में पढ़ाई बाधित रही है। शाला संचालन प्रारंभ होने के पश्चात यह अपेक्षा थी कि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसकी पूर्ति सुचारू रूप से हो जाएगी किन्तु बिना अनुमति और नियमानुसार अवकाश स्वीकृति के बिना अपने कर्तव्य से अनुपस्थित है जो कि सिविल सेवा आचरण सहिता 1965 के प्रतिकूल है। इसके लिए क्यों न अनुपस्थित अवधि का अकार्य दिवस स्वीकृत करते हुए वेतन की कटौती किया जाए।