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हड़ताल पर सहायक शिक्षक, प्राइमरी स्कूल हुए ठप, दो हजार से ज्यादा को शिक्षा विभाग ने थमाया नोटिस

locationकवर्धाPublished: Dec 26, 2021 01:42:44 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

11 दिसंबर से दो दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रदर्शन के पश्चात जिले के शिक्षक भी राजधानी में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए।

हड़ताल पर सहायक शिक्षक, प्राइमरी स्कूल हुए ठप, दो हजार से ज्यादा को शिक्षा विभाग ने थमाया नोटिस

हड़ताल पर सहायक शिक्षक, प्राइमरी स्कूल हुए ठप, दो हजार से ज्यादा को शिक्षा विभाग ने थमाया नोटिस

कवर्धा. शिक्षकों की हड़ताल से प्राथमिक स्कूल की पढ़ाई ठप हो गई। इसके चलते ही जिले के 2000 से अधिक शिक्षकों को बीईओ द्वारा काम पर लौटने नोटिस जारी किया गया। नोटिस के बाद कुछ शिक्षक वापस हुए जबकि अधिकतर शिक्षक हड़ताल में ही है। जो वापस नहीं हुए उनका वेतन रोकने की कार्रवाई की जा सकती है। संविलियन से वर्ग 1 और 2 को लाभ हुआ, लेकिन वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों को नहीं। इससे लेकर मुख्यमंत्री से यह मांग किया कि वेतन विसंगति दूर किया जाए और सहायक शिक्षक के समस्याओं को सदा के लिए समाप्त करे। इसे लेकर ही 11 दिसंबर से दो दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रदर्शन के पश्चात जिले के शिक्षक भी राजधानी में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए।
दूसरी ओर शिक्षकों की अनुपस्थिति के चलते जिले के शासकीय प्राथमिक स्कूल में पढ़ाई ठप हो गई। मुख्य रूप से गांवों की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। जिले में कुल 988 प्राथमिक स्कूल हैं, जहां से करीब 2133 शिक्षक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल में हैं। एक सप्ताह तो शासन-प्रशासन ने शिक्षकों के स्कूल लौटने का इंतजार किया, लेकिन वापस नहीं होने पर शासन के ओर से उन्हें नोटिस जारी के आदेश हुए। इसके बाद कबीरधाम जिले के चारों ब्लॉक अंतर्गत विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा संकुल समन्वयक के माध्यम से 2000 से अधिक शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
नोटिस जारी होने के बाद 150-200 शिक्षक अपने स्कूल में उपस्थित दे चुके हैं, लेकिन अधिकतर शिक्षक अब भी हड़ताल पर है। वहीं नोटिस का जवाब भी नहीं दे रहे। इसके चलते अब शिक्षा विभाग हड़ताली शिक्षकों के दिसंबर के वेतन रोकने की तैयारी में है। शिक्षकों को नोटिस जारी होने के बाद 24 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है। शीतकालीन छुट्टी के बाद स्कूल में उपस्थिति नहीं देने पर वेतन रोक दिया जाएगा।
बच्चे ही लेते रहे क्लास
सहायक शिक्षकों के हड़ताल के चलते कई प्राथमिक स्कूल शिक्षकविहीन हो गए। विभाग द्वारा मीडिल स्कूल के शिक्षकों बच्चों को पढ़ाने के जिम्मेदारी दी। वहीं कक्षा से ही किसी बच्चे को इसकी जिम्मेदारी दे दी जाती। अधिकतर स्कूल में मध्याह्न भोजन के बाद छुट्टी दे दी जाती।
पंडरिया ब्लॉक से अधिक स्कूल
जिले के चारों ब्लॉक अंतर्गत सबसे अधिक शासकीय स्कूल पंडरिया ब्लॉक में है। यहां पर 321 प्राथमिक स्कूल में 26 हजार 279 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। स्कूल की संख्या अधिक होने के कारण शिक्षक भी अधिक है। यहां करीब 700 शिक्षक हड़ताल में शामिल हुए। नोटिस मिलने के बाद कई स्कूल के शिक्षक वापस लौटे। चूंकि वनांचल क्षेत्र है जिसके कारण हड़ताल से सबसे अधिक दिक्कतें हुई। इसी तरह से बोड़ला विकासखंड भी वनांचल क्षेत्र है जिसके कारण यहां भी परेशानी हुई।
शिक्षकों को जारी नोटिस में यह लिखा
शिक्षकों को जारी नोटिस में लिखा है कि विगत दो सत्र कोविड-19 वायरस के प्रकोप के कारण शालाओं में पढ़ाई बाधित रही है। शाला संचालन प्रारंभ होने के पश्चात यह अपेक्षा थी कि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसकी पूर्ति सुचारू रूप से हो जाएगी किन्तु बिना अनुमति और नियमानुसार अवकाश स्वीकृति के बिना अपने कर्तव्य से अनुपस्थित है जो कि सिविल सेवा आचरण सहिता 1965 के प्रतिकूल है। इसके लिए क्यों न अनुपस्थित अवधि का अकार्य दिवस स्वीकृत करते हुए वेतन की कटौती किया जाए।
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