प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने बताया कि वह जल्द ही जंतर-मंतर धरना स्थल पर प्रदर्शन करेंगे। इसकी अनुमति के लिए आयुक्त को ज्ञापन सौंप दिया गया है। प्रदर्शन में रेलवे संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ करीब 50 लोग जंतर मंतर में बैठेंगे। अपनी आवाज बुलंद करेंगे और समस्याओं को सरकार व देशवासियों के सामने रखेंगे।
कोई सार्थक पहल नहीं
वर्षों पुराने रेल लाइन के रूट बदले जाने के विरोध में पंडरिया, पांडातराई, पोड़ी और बोड़ला क्षेत्र लोगों द्वारा रेल्वे संघर्ष समिति बनाकर लगातार अपनी बात शासन-प्रशासन के समक्ष रखती रहते रहे। लगातार ८० दिनों के इस क्रमिक भूख हड़ताल जिले का कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि इनसे मिलने तक नहीं पहुंचे, जिसके चलते ही कोई सार्थक पहल नहीं हो सकी। इस मामले को स्थानीय स्तर पर सुलझाने की कोशिश तक नहीं की गई, जिसका परिणाम सामने है।