कम दर पर खरीदी होने को लेकर भारी नुकसान को देखते हुए किसानों ने अपना गन्ना गुड़ उद्योग में न देकर कारखाना के पर्ची का इंतजार करने लगे। इसके चलते गुड़ उद्योग संचालकों को गन्ना ही नहीं मिल पा रहा था। इसे देखते हुए अब गुड़ उद्योग संचालकों ने गन्ना 230 रुपए से 235 रुपए प्रति क्विंटल की दल से खरीदने लगे। इससे किसानों को कुछ राहत मिली है।
भोरमदेव शक्कर और सरदार वल्लभ भाई पटेल सहाकारी शक्कर कारखाना में शेयरधारी किसानों को गन्ना आपूर्ति के लिए पर्ची आबंटित करते हैं, लेकिन इस बार किसानों को पर्ची के लिए काफी लंबा समय इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में कई किसान गुड़ उद्योग में ही अपना गन्ना बेच देते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए गुड़ उद्योग संचालक मनमाने कीमत पर किसानों का गन्ना खरीदते हैं।
आवक कम होते देख गुड़ उद्योग संचालकों ने जैसे ही 235 रुपए गन्ना खरीदने लगा गुड़ उद्योग में गन्ने की आवक भी बढ़ गई है। किसान अब पर्ची का इंतजार न कर अपना गन्ना गुड़ उद्योग में ही बेच रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि कारखाना में किसानों को गन्ना 255 रुपए में खरीदता है। इसके अलावा ५० रुपए बोनस भी मिलता है। इस तरह कारखाना में किसानों को प्रति क्विंटल 305 रुपए मिलता है।