देशी शराब की अधिक बिक्री
जिले में देशी शराब की बिक्री सबसे अधिक हुई है। जिले के 17 देशी शराब दुकान में 1 अग्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक यानी 9 माह में 94 करोड़ 37 लाख 81 हजार 860 रुपए की केवल देशी शराब की बिक्री हुई है। जबकि 11 अंग्रेजी शराब दुकान में 17 करोड़ 37 लाख 39 हजार 740 रुपए के बिके। इसी प्रकार जिले में बियर सबसे कम 5 करोड़ 98 लाख 39 हजार 520 रुपए की बिकी है। यानी जिले में देशी शराब की सबसे अधिक बिक्री हुई है।
शराब के कारण अपराध में इजाफा
शराब की बिक्री अधिक होने के कारण क्राइम व सड़क हादसे भी बढ़े हैं। वैसे वर्ष शराब की अधिक बिक्री होती है, लेकिन चुनावी वर्ष में शराब की अधिक बिक्री होने से क्राइम भी बढ़े हैं। 19 मई को चिल्फी घाटी में माजदा पलट गई थी, जिसमें 8 की मौत हो गई थी। जबकि 25 लोग घायल हुए। ड्राईवर शराब के नशे में चला रहा था। इसी प्रकार 17 जून को ट्रेक्टर के पलटने से एक की मौत हुई थी जबकि 17 लोग घायल हुए थे। इसमें भी ट्रेक्टर चालक शराब के नशे में वाहन चला रहा था। इसी प्रकार हत्या, छेडख़ानी व अन्य मामले वर्ष 2018 में बढ़े हैं।
जिले में देशी शराब की बिक्री सबसे अधिक हुई है। जिले के 17 देशी शराब दुकान में 1 अग्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक यानी 9 माह में 94 करोड़ 37 लाख 81 हजार 860 रुपए की केवल देशी शराब की बिक्री हुई है। जबकि 11 अंग्रेजी शराब दुकान में 17 करोड़ 37 लाख 39 हजार 740 रुपए के बिके। इसी प्रकार जिले में बियर सबसे कम 5 करोड़ 98 लाख 39 हजार 520 रुपए की बिकी है। यानी जिले में देशी शराब की सबसे अधिक बिक्री हुई है।
शराब के कारण अपराध में इजाफा
शराब की बिक्री अधिक होने के कारण क्राइम व सड़क हादसे भी बढ़े हैं। वैसे वर्ष शराब की अधिक बिक्री होती है, लेकिन चुनावी वर्ष में शराब की अधिक बिक्री होने से क्राइम भी बढ़े हैं। 19 मई को चिल्फी घाटी में माजदा पलट गई थी, जिसमें 8 की मौत हो गई थी। जबकि 25 लोग घायल हुए। ड्राईवर शराब के नशे में चला रहा था। इसी प्रकार 17 जून को ट्रेक्टर के पलटने से एक की मौत हुई थी जबकि 17 लोग घायल हुए थे। इसमें भी ट्रेक्टर चालक शराब के नशे में वाहन चला रहा था। इसी प्रकार हत्या, छेडख़ानी व अन्य मामले वर्ष 2018 में बढ़े हैं।
जिले में शराब की बिक्री अधिक हुई है। हर वर्ष इतनी ही शराब की बिक्री होती है। गांव में अवैध शराब की बिक्री लगभग कम हो गई है। अवैध शराब पर कार्रवाई किया जा रहा है। नशा मुक्ति के लिए अभियान भी चलाएं जा रहे हैं।
नितिन खंडूजा, निरीक्षक,आबकारी विभाग कबीरधाम &जिले में सड़क हादसे व कुछ क्राइम शराब के नशे में भी होते हैं। जिले में कुछ बड़े सड़क दुर्घटना में चालक शराब के नशे में था। हत्या व अन्य क्राइम शराब के नशे में ही होती है। इसके लिए जागरुकता अभियान चलाएं जा रहे हैं।
माहेश्वर नाग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कबीरधाम
माहेश्वर नाग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कबीरधाम