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नौ माह में ही गटक गए एक अरब रुपए की शराब

locationकवर्धाPublished: Jan 18, 2019 11:37:09 am

Submitted by:

Deepak Thakur

जिले में जमकर बिक रही शराब, 94 करोड़ रुपए की केवल देशी शराब की बिक्री, सरकार को मिला जमकर राजस्व

wine shop

नौ माह में ही गटक गए एक अरब रुपए की शराब

कवर्धा. कबीरधाम जिले में जमकर शराब की बिक्री हो रही है। जिले के कुल 28 शराब दुकानों से मात्र 9 माह में शराब प्रेमियों ने एक अरब रुपए से अधिक की शराब गटक गए। इससे राजस्व तो बेतहाशा मिला, लेकिन हादसे और अपराध भी बढ़े।
शराब के नशे में सबसे अधिक क्राइम और हादसे होते हैं। यह जिले के लिए सही भी हो सकता है। कबीरधाम जिले में वर्ष 2018 में जिस प्रकार से क्राइम बढ़े हंै और शराब की खपत में तेजी आई है, उससे कहा जा सकता है कि शराब से अपराध में बढ़ोतरी हो रही है। कोचियों के माध्यम से गांव-गांव में शराब की बिक्री होते थे, लेकिन शासन ने कार्पोरेशन के जरिए केवल शराब दुकानों में बिक्री करने के नियम बनाए। गांव-गांव में बिक्री कम होने लगी, शराब दुकानों में बिक्री बढ़ गई। जिले में मात्र नौ माह में ही एक अरब 17 करोड़ 73 लाख 61 हजार रुपए की शराब बिक्री हुई है। जबकि शराब की बिक्री कम होनी चाहिए।
देशी शराब की अधिक बिक्री
जिले में देशी शराब की बिक्री सबसे अधिक हुई है। जिले के 17 देशी शराब दुकान में 1 अग्रैल 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक यानी 9 माह में 94 करोड़ 37 लाख 81 हजार 860 रुपए की केवल देशी शराब की बिक्री हुई है। जबकि 11 अंग्रेजी शराब दुकान में 17 करोड़ 37 लाख 39 हजार 740 रुपए के बिके। इसी प्रकार जिले में बियर सबसे कम 5 करोड़ 98 लाख 39 हजार 520 रुपए की बिकी है। यानी जिले में देशी शराब की सबसे अधिक बिक्री हुई है।
शराब के कारण अपराध में इजाफा
शराब की बिक्री अधिक होने के कारण क्राइम व सड़क हादसे भी बढ़े हैं। वैसे वर्ष शराब की अधिक बिक्री होती है, लेकिन चुनावी वर्ष में शराब की अधिक बिक्री होने से क्राइम भी बढ़े हैं। 19 मई को चिल्फी घाटी में माजदा पलट गई थी, जिसमें 8 की मौत हो गई थी। जबकि 25 लोग घायल हुए। ड्राईवर शराब के नशे में चला रहा था। इसी प्रकार 17 जून को ट्रेक्टर के पलटने से एक की मौत हुई थी जबकि 17 लोग घायल हुए थे। इसमें भी ट्रेक्टर चालक शराब के नशे में वाहन चला रहा था। इसी प्रकार हत्या, छेडख़ानी व अन्य मामले वर्ष 2018 में बढ़े हैं।
जिले में शराब की बिक्री अधिक हुई है। हर वर्ष इतनी ही शराब की बिक्री होती है। गांव में अवैध शराब की बिक्री लगभग कम हो गई है। अवैध शराब पर कार्रवाई किया जा रहा है। नशा मुक्ति के लिए अभियान भी चलाएं जा रहे हैं।
नितिन खंडूजा, निरीक्षक,आबकारी विभाग कबीरधाम

&जिले में सड़क हादसे व कुछ क्राइम शराब के नशे में भी होते हैं। जिले में कुछ बड़े सड़क दुर्घटना में चालक शराब के नशे में था। हत्या व अन्य क्राइम शराब के नशे में ही होती है। इसके लिए जागरुकता अभियान चलाएं जा रहे हैं।
माहेश्वर नाग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कबीरधाम
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