शहर में गर्मी के चलते बिजली की खपत बढ़ गई है। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा पर्याप्त बिजली मुहैया तो कराई जा रही है, लेकिन बिजली का दबाव होने से फ्यूज की शिकायतें बढ़ गई है। इस पर विद्युत कंपनी की लापरवाही गजब ढा रही है। दरअसल नगर के लगे ज्यादातर ट्रांसफार्मरों की ऊंचाई जमीन से काफी कम है। सभी ट्रांसफार्मर में कट-आउट नहीं लगे हैं। इसकी जगह पर एल्यूमिनियम के तारों को बांध दिए गए हैं। रहवासी इलाकों में खुले ट्रांसफार्मर बच्चों के लिए खतरा बने हुए हैं। जमीन से ऊंचाई कम होने के कारण बच्चे इसे आसानी से छू सकते हैं।
ध्यान
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जर्जर व खुले ट्रांसफार्मरों को व्यवस्थित करने में विद्युत कंपनी गंभीरता नहीं दिखा रही है। कई ट्रांसफार्मर, जहां बच्चों की पहुंच आसान है या फिर लोगों की सतत् गतिविधियां बनी रहती है। उन्हें दुरूस्त करने कंपनी के पास फुर्सत नहीं है। जर्जर ट्रांसफार्मरों के कट-आउट बॉक्स को बंद नहीं किया जाता है।
इससे निश्चित ही बड़ी घटना घट सकती है। नगर के मठपारा, करपात्री चौक, दर्रीपारा, थाना रोड, रायपुर रोड, कलेक्टोरेट रोड और ठाकुर पारा सहित कई जगहों में ट्रांसफार्मर खुले पड़े हैं। ट्रांसफार्मर से करंट लगने की घटनाएं कई बार हो चुकी है। ग्रामीण इलाकों में भी इस प्रकार खुले ट्रांसफार्मर है। जबकि वहां कोई कर्मचारी भी नहीं रहते हैं। हादसा होने पर सूचना नहीं मिल पाएगी।