नि:शक्त राजू अब पपीते की उन्नत खेती करने के बाद आत्मनिर्भर होकर इस दिशा में तेजी अग्रसर हो रहा है। तभी तो एक और बारह एकड़ के कृर्षि भूमि पर धान की फसल काट कर क्यारी बना कर केले की उन्नत बीज लगाने का काम कर रहे हैं। इसके लिए भी ड्रिप इरिगेशन टपक प्राणी का उपयोग कर पाइप बिछाने का काम कर रही है, जिससे नन्हे नन्हे पौधे को समय पर पानी मिल सके। साथ ही इस बागवानी फसल को अपना कर गांव के दर्जनों महिला पुरूष को काम मिल रहा है। यह किसान लोगों के लिए मिलास बन गया है। इससे किसानों को भी उत्साह मिल रहा है। नि:शक्त अच्छी फसल लेकर लाखों रुपए कमा रहा है। जिससे किसानों में हर्ष है। इसी प्रकार किसान फसल ले रहा है।