प्लास्टिक वाला चावल
एक कार्डधारक संतोष नेताम ने बताया कि उचित मूल्य की दुकान से प्रति माह चांवल तो मिल रहा है, लेकिन चावल में प्लास्टिक की मात्रा मिले होने की आशंका है। चावल पकने के बाद भी चबाने में मुश्किल हो रही है। यही बात अन्य लोगों ने भी बताई है।
एक और ग्रामीण केशव रजक का कहना है कि हर माह सोसायटी से चावल लेते हैं। लेकिन इस बार के चावल अन्य माह मिलने वाले से कुछ अलग है। यहीं बात अन्य लोगों ने भी बताई है। इस संबंध में जांच जरुरी है। ताकि वास्तविकता पता चल सके।
बीरेन्द्रनगर के सेल्समेन शेखर साहू ने बताया कि हमारे यहां ऐसी कोई शिकायत अभी तक तो नहीं आया है। मुझे इसके बारे में बिलकुल भी जानकारी नहीं है।