scriptएक नही बल्कि कई गांव में बांस बल्ली के सहारे विद्युत सप्लाई | Power supply without the support of Bamboo Bally in many villages | Patrika News

एक नही बल्कि कई गांव में बांस बल्ली के सहारे विद्युत सप्लाई

locationकवर्धाPublished: Mar 11, 2019 11:35:07 am

Submitted by:

Panch Chandravanshi

ग्राम पंचायत हिरापुर में मेन रोड पास विद्युत पोल की जगह बांस की सहारे से ग्रामीणों को सप्लाई दिया गया है। इसी तरह सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम पंचायत गैंदपुर में बकायदा बांस के ऊपरी सिरे पर क्लेम्प की जगह तार को बांध दिया है

Electricity Supply with Bamboo Bally

Electricity Supply with Bamboo Bally

इंदौर्री. विद्युत विभाग हमेशा सुर्खियों में रहती है। चाहे बिजली की लचर व्यवस्था हो या अघोषित बिजली कटौती। इसके बाद भी विभाग का नया मंजर सामने लाने लगी है। कहते हैं जुगाड़ से हर काम संभव है तो बांस बल्ली के सहारे विद्युत सप्लाई क्यों नहीं की जा सकती। यह हम नहीं बल्कि विभाग की अजीबो गरीब कारनामे व्यवस्था पोल खोल रही है। विद्युत पोल की जगह बांस बल्ली के सहारे हाई वोल्टेज तार दौड़ा रहे हैं।
कवर्धा विकासखंड के ग्राम पंचायत हिरापुर में मेन रोड पास विद्युत पोल की जगह बांस की सहारे से ग्रामीणों को सप्लाई दिया गया है। इसी तरह सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम पंचायत गैंदपुर में बकायदा बांस के ऊपरी सिरे पर क्लेम्प की जगह तार को बांध दिया है, जिसमें करीब 11 केवी वोल्ट की करंट दौड़ रहा है। जबकि प्रति वर्ष विद्युत विभाग द्वारा मेंटिनेस के नाम पर मोटी रकम खर्च करती है। इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत की लचर व्यवस्था आए दिन सामने आती है। हर वर्ष आगजनी की घटनाएं भी होती रहती हैं, जिसमें अधिकतर शॉर्ट सर्किट ही मुख्य वजह बनती है। इससे यह समझ नहीं आती कि विद्युत विभाग किन कार्यों के लिए हर वर्ष मोटी रकम खर्च करते हैं। वहीं विभाग लगातार विद्युत व्यवस्था में सुधार की बातें करते हैं। पिछले साल ही सिंघौरी में लचर विद्युत व्यवस्था के कारण हाईटेंशन सप्लाई तार के आपस में संपर्क होने से ब्यारा में रखे पैरावट व चने के खरही में आगजनी की घटना भी सामने आई, जिससे पीडि़त किसान को नुकशान उठाना पड़ा था।
यह कारनाम हादसे को बुलावा दे रहा
विद्युत विभाग का यह का नया कारनामें कब खतरा को बुलावा दे दे कुछ कहा नहीं जा सकता। गर्मी के दिनों में हवाई झोंके से बांस कभी भी धाराशाही हो सकता है, जिससे करंट वाली तार नीचे गिरकर बड़ा हादसा में तब्दील हो सकता है। वहीं बरसात के मौसम में पानी गिरने से बांस पर पूरी नमी के साथ करंट प्रवाह क्षमता बढ़ जाएगी, जिससे इस बांस पर भी आसानी से करंट प्रवाह कर सकती है। इससे अनहोनी होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
हीरापुर में भी इसी तरह की व्यवस्था
यह कारनामा केवल गैंदपुर पंचायत के शासकीय स्कूल के समीप में नही, बल्कि कवर्धा विकासखंड ग्राम पंचायत हीरापुर सहित ग्राम गोछिया में दैहान पर ग्राम पहुंचने से पहले ही मेन रोड पर देखा जा सकता है। लगातार घटनाओं के बाद भी विद्युत विभाग सबक नहीं ले रहा है। यह हाई वोल्टेज सप्लाई बॉस पूरी तरह झुक गया है, जिससे कभी भी अनहोनी घटना हो सकती है। इस तरह की व्यवस्था आसपास के कई गांवों में देखने को मिलता है। शायद विभाग को हादसे का इंतजार है।
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