पालकों ने कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर कहा कि केवल 5 कक्षा तक श्रवण व दृष्टी बाधिर स्कूल संचालित हो रही है। 5 वीं कक्षा की पढ़ाई के बाद बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है। 8 वीं तक व अन्य कक्षा की पढ़ाई के लिए बच्चों को रायपुर व धमतरी भेजना पड़ता है, लेकिन सभी पालक बच्चों को बाहर भेजकर पढ़ाई कराने में सक्षम नहीं है। इसके कारण पालकों ने मांग किया कि जिले में ही 8 वीं कक्षा तक की पढ़ाई हो।