माहौल खराब होते देख कवर्धा जिले के अन्य थाना से पुलिस बल बुलाया और मामला शांत किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और ग्रामीणों को चोटें आई है। बोड़ला और झलमला थाना टीआई के साथ सात पुलिसकर्मियों को चोटें आई है। वहीं दूसरी ओर एक दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को चोटें आई है। पुलिस अधिकारियों के समझाइश के बाद उक्त मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। मामले में बोड़ला एसडीओपी अजीत ओगरे ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही थी इसी बीच पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। इससे टीआई सहित नौ पुलिसकर्मी घायल हुए। मामले को लेकर जांच की जा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि मामला एक सप्ताह पूर्व का है। ग्राम खमरिया-मोहनपुर रोड पर रेत से भरी दो गाड़ी मिली। उसे पकडऩे के लिए वन विभाग के जवान और पुलिसकर्मी आपस में ही उलझे रहे। रेंगाखार पुलिस वाहन मालिक की तलाश में ग्राम खम्हरिया पहुंची। रात 11 बजे एक बुजर्ग के घर घुसकर गाली गलौज कर मारपीट की दी। बुजुर्ग पीडि़त ने रेंगाखार कला थाना में जाकर पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। इस पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बोड़ला द्वारा संज्ञान लेकर 30 दिसंबर को थाना का घेराव कर दिया गया।