युवाओं को शराब की लत लगाकर गर्त में डाला जा रहा है, जबकि युवा पीढ़ी को बचाने की आवश्कता है। उक्त वाक्य राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र के सांसद संतोष पाण्डेय ने भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कहें। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री तो लॉकडाउन-3 का इंतजार कर रहे थे ताकि वह घर-घर शराब की बिक्री कर सके। जबकि इन्होंने हाथ में गंगाजल लेकर और अपने घोषणा पत्र के माध्यम से वादा किया था सरकार आते ही शराब बंदी करेंगे। तो क्यों नहीं करते शराब बंदी है।
छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री को लेकर भयावह स्थिति है। लॉयन ऑर्डर की धज्जियां उड़ रही हैं। सांसद पाण्डेय ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शराब दुकानें बंद होने से महिलाएं खुश थी। कई लोगों ने इसी बहाने संकल्प लिया कि शराब नहीं पिएंगे। यह मौका था राज्य में हमेशा के लिए शराब बंद करने का। लेकिन सरकार की नीयत ही नहीं है शराब दुकानें बंद हों। ऐसे में आमजनता, सामाजिक संस्थाओं को दायित्व है कि सरकार पर दबाव बनाए और शराब दुकानों को बंद कराया जाए।