आश्चर्य करेंगे कि बंजरिया टोला में 22 परिवार हैं जहां पर 114 लोग रहते हैं, लेकिन सभी घर कच्चे हैं। यहां पर एक भी पक्का मकान नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी इनका नाम शासन तक पहुंचा है कि इन्हें आवास की जरूरत है। मुख्य रूप अधिकारी छोटे गांवों की ओर ध्यान ही नहीं देते वह केवल नगरीय निकाय और बड़े गांवों तक सीमित हो चुके हैं।
कई दर्जन गांव सुविधाविहीन
्रकेवल बंजरिया टोला ही मूलभूत सुविधा से वंचित है ऐसा नहीं है। बोड़ला व पंडरिया ब्लॉक में और भी कई गांव तक जहां तक पहुंचने के लिए पक्का मार्ग तो दूर मार्ग ही नहीं है। आवागमन के लिए ग्रामीणों के लिए आज भी पगडंडियों का सहारा है। पंडरिया ब्लॉक के ग्राम तीनगड्डा, अजवाइनबाह, सरहापथरा, सेजाडीह, बसूलालूट, ठेंगाटोला, छीरपानी, ढेपरापानी सहित कई गांव हैं जहां तक पहुंचने के लिए सडक़ नहीं कच्चा रास्ता व पगडंडी ही है।