scriptSawan 2019: वज्र और विष कुंभ योग में शुरू होगा सावन, ऐसे करें शिव की पूजा, फिर देखें चमत्कार | Sawan 2019 in CG: Sawan month will start in Vajra and Vish Kumbh yoga | Patrika News

Sawan 2019: वज्र और विष कुंभ योग में शुरू होगा सावन, ऐसे करें शिव की पूजा, फिर देखें चमत्कार

locationकवर्धाPublished: Jul 14, 2019 04:35:21 pm

Sawan 2019 in CG: आपको पूरे विधि विधान से शिव (Lord Shiva) की आराधना करने के लिए सभी नियमों को (Puja Vidhi ) जानना बेहद जरूरी है

कवर्धा. सावन माह (Sawan 2019 in CG) में इस बार कई शुभ व बड़े संयोग बन रहे हैं। वहीं, 17 जुलाई से शुरू हो रहे पवित्र सावन माह के दिन सूर्य प्रधान उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। इस दिन वज्र और विष कुंभ योग भी बन रहा है। आपको पूरे विधि विधान से शिव (Lord Shiva) की आराधना करने के लिए सभी नियमों को (Puja Vidhi ) जानना बेहद जरूरी है
सावन में इस बार चार सोमवार पड़ेंगे। इसके अलावा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन एक ही दिन मनेगा। एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है। पंडितों का दावा है कि यह संयोग लगभग 125 साल के बाद आ रहा है।
Sawan 2019
पंडित विश्व प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि बहुत दिनों के बाद सावन में कई बड़े संयोग बन रहे हैं। एक अगस्त को हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग बनेगा। जो लगभग 125 साल बाद आ रहा है। इस दिन पहला सिद्धि योग, दूसरा शुभ योग, तीसरा गुरु पुष्यामृत योग, चौथा सर्वार्थ सिद्धि योग और पांचवां अमृत सिद्धि योग का संयोग है। पंच महायोग के संयोग में कुल देवी-देवता और मां पार्वती की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही प्रकृति के हरे-भरे रहने की संभावना है।

जानिए सावन के सोमवार की पूजा विधि
– स्नान करने के बाद शिव मंदिर जाएं।
– घर से नंगे पैर जाएं तथा घर से ही जल भरकर ले जाएं।
– मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें, भगवान को साष्टांग करें।
– वहीं पर खड़े होकर शिव मंत्र का 108 बार जाप करें।
– दिन में केवल फलाहार करें।
– सायंकाल भगवान के मंत्रों का जाप करें, तथा उनकी आरती करें।

Sawan

सावन की तीसरी सोमवारी के दिन नागपंचमी
इस बार नागपंचमी का शुभ पर्व भगवान शिव के विशेष दिन सोमवार पांच अगस्त को है। सोमवार और नागपंचमी दोनों ही दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है। इसलिए इस बार नागपंचमी का विशेष महत्व होगा। भोरमदेव के पुजारी संतोष दुबे ने बताया कि नागपंचमी के दिन चंद्र प्रधान हस्त नक्षत्र और त्रियोग का संयोग भी बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धि योग और रवि योग यानी त्रियोग के संयोग में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा करना फलदायी होता है।

महत्वपूर्ण तिथि पर एक नजर…
17 जुलाई सावन माह का पहला दिन
22 जुलाई सावन की पहली सोमवारी
29 जुलाई सावन की दूसरी सोमवारी
05 अगस्त सावन की तीसरी सोमवारी
12 अगस्त सावन की चौथी सोमवारी
15 अगस्त सावन माह का अंतिम दिन

भोरमदेव पदयात्रा
सावन के पहले सोमवार को शहर से पदयात्रा भी होगी। बूढा महादेव मंदिर से प्रारंभ होकर भोरमदेव मंदिर तक जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधि, समाजिक संगठन व आम नागरिक इसमें शामिल होंगे।

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