सेवा सहकारी समिति से अब तक किसानों से 19756684 रुपए की धान खरीदे जा चुके हैं। वहीं ऋण विरुद्ध वसूली की गई कुल राशि 5249439 रुपए हैं। जबकि किसानों को 14507245 रुपए का शुद्ध भुगतान किया गया है। सेवा सहकारी समिति को प्राप्त बारदानों की जहा प्राप्त बारदानों की संख्या 42017 है। सेवा सहकारी समिति के ऑपरेटर पवन चंद्रवंशी ने बताया कि पिछले वर्ष जहां पंजीकृत किसान की संख्या 840 था, लेकिन इस वर्ष बढ़कर 901 हो गया है। इसके चलते पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान की खरीदी ज्यादा होगा।
केन्द्र में जिस गति से खरीदी हो रही है। उस गति उठाव नहीं हो पा रहा है, जो किसानों के लिए समस्या बनी हुई है। धीमी उठाव के चलते केन्द्र में धान के कट्टों का पहाड़ लग गया है। समिति प्रबंधकों की मानें तो दोनों केंद्रों में उठाव तो हो रहा है, लेकिन प्रक्रिया धीमी है। केंद्रों के बाहर धान जाम पड़ा है। उपार्जन के लिए पहुंचे किसानों को अपना धान रखने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। इससे खरीदी पर असर पड़ रहा है। उठाव नहीं होने से खरीदी सुस्त कर दी गई है।हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं, जिसके चलते स्थानीय किसानों में विभाग के प्रति नाराजगी भी बढ़ती जा रही है।