दो माह और चलेगा कारखाना
सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना में इस सीजन 28 फरवरी तक 210280 मीट्रिक टन गन्ना पेराई किया जा चुका है। वहीं इससे 204402 क्विंटल शक्कर का उत्पादन भी चुका है। औसतन पेराई व उत्पादन तो फिलहाल ठीक है। अब दो माह बाकी हैं, ऐसे में किसी तरह की हेरफेर व गड़बड़ी न हो तो उत्पादन लक्ष्य अनुरूप हो सकता है।
लक्ष्य अनुरूप उत्पादन नहीं
पिछले दो सीजन पर नजर डाले तो पता चलता है कि वर्ष 2016-17 में 2.5 लाख गन्ना पेराई कर मात्र 12786 क्विंटल शक्कर उत्पादन किया गया। जबकि शासन से शक्कर उत्पादन का लक्ष्य 332500 क्विंटल था। वहीं वर्ष 2017-18 में 4 लाख मीट्रिक टन गन्ना पेराई कर 316515 क्विंटल शक्कर उत्पादन किया गया। बढ़त हो हुई, लेकिन शक्कर उत्पादन 380000 क्विंटल थी। वहीं इस वर्ष 4 लाख मीट्रिक टन गन्ना पेराई और 380000 क्विंटल शक्कर उत्पादन का लक्ष्य है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना में इस सीजन 28 फरवरी तक 210280 मीट्रिक टन गन्ना पेराई किया जा चुका है। वहीं इससे 204402 क्विंटल शक्कर का उत्पादन भी चुका है। औसतन पेराई व उत्पादन तो फिलहाल ठीक है। अब दो माह बाकी हैं, ऐसे में किसी तरह की हेरफेर व गड़बड़ी न हो तो उत्पादन लक्ष्य अनुरूप हो सकता है।
लक्ष्य अनुरूप उत्पादन नहीं
पिछले दो सीजन पर नजर डाले तो पता चलता है कि वर्ष 2016-17 में 2.5 लाख गन्ना पेराई कर मात्र 12786 क्विंटल शक्कर उत्पादन किया गया। जबकि शासन से शक्कर उत्पादन का लक्ष्य 332500 क्विंटल था। वहीं वर्ष 2017-18 में 4 लाख मीट्रिक टन गन्ना पेराई कर 316515 क्विंटल शक्कर उत्पादन किया गया। बढ़त हो हुई, लेकिन शक्कर उत्पादन 380000 क्विंटल थी। वहीं इस वर्ष 4 लाख मीट्रिक टन गन्ना पेराई और 380000 क्विंटल शक्कर उत्पादन का लक्ष्य है।
अत्याधुनिक मशीनें बावजूद अधिक कर्मचारी
पंडरिया स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना में अत्याधुनिक मशीनें लगे हुए। इसके चलते यहां पर मैनपावर कम होने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। यहां तो 16 वर्ष पुराने भोरमदेव शक्कर कारखाना से अधिक लोग कार्यरत हैं। भोरमदेव शक्कर कारखाना पुराना मॉडल है। यहां पर अधिक कर्मचारी लगने चाहिए। वहीं यहां पर 3500 मीट्रिक टन पेराई क्षमता है जबकि सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना 2500। बावजूद अधिक कर्मचारी व मजदूर कार्यरत हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।
वर्सन…
4 लाख मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य है। अब तक दो लाख से अधिक गन्ना पेराई हो चुका है। शक्कर उत्पादन का लक्ष्य नहीं रहता। वह तो गन्ना पेराई पर निर्भर है।
सतीष पाटले, महाप्रबंधक, सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना, पंडरिया
पंडरिया स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना में अत्याधुनिक मशीनें लगे हुए। इसके चलते यहां पर मैनपावर कम होने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। यहां तो 16 वर्ष पुराने भोरमदेव शक्कर कारखाना से अधिक लोग कार्यरत हैं। भोरमदेव शक्कर कारखाना पुराना मॉडल है। यहां पर अधिक कर्मचारी लगने चाहिए। वहीं यहां पर 3500 मीट्रिक टन पेराई क्षमता है जबकि सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना 2500। बावजूद अधिक कर्मचारी व मजदूर कार्यरत हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।
वर्सन…
4 लाख मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य है। अब तक दो लाख से अधिक गन्ना पेराई हो चुका है। शक्कर उत्पादन का लक्ष्य नहीं रहता। वह तो गन्ना पेराई पर निर्भर है।
सतीष पाटले, महाप्रबंधक, सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना, पंडरिया