दसकों से काबिज जमीन का मांग रहे पट्टा, अनदेखी
कवर्धाPublished: Feb 13, 2019 11:37:34 am
ग्राम सगौना के निवासी वर्षो ंसे वन भूमि पर कृषि कार्य करते आ रहे हैं। इसी से उनका जीवकोपार्जन कर अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं। शासन के योजना अनुसार ग्रामीण वन भूमि में कास्कारी कर रहे हैं। ऐसे में पट्टा प्राप्त करने के अधिकारी है।
कवर्धा. ग्राम सभा की बैठक में वन विभाग के अधिकारी ने वन भूमि का पट्टा नहीं मिलने की बात कही। इससे परेशान होकर ग्राम सगौना के सैकड़ों ग्रामीण वन भूमि का पट्टा दिलाने जाने की मांग लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर पट्टा दिलाने की मांग की।
ग्राम पंचायत मुनमुना के आश्रित ग्राम सगौना के निवासी वर्षो ंसे वन भूमि पर कृषि कार्य करते आ रहे हैं। इसी से उनका जीवकोपार्जन कर अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं। शासन के योजना अनुसार ग्रामीण वन भूमि में कास्कारी कर रहे हैं। ऐसे में पट्टा प्राप्त करने के अधिकारी है। ग्राम सगौना निवासी कुंजराम, रामकुमार जोहन, रामदुलारी, रामायण, पतिराम, जगदेव सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि वन भूमि का पट्टा के संबंध में जब 8 फरवरी को ग्राम पंचायत मुनमुना में ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जिसमें वन विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए, जो ग्राम सभा के बीच में उठकर यह कहने लगा कि पट्टा नहीं मिलेगा। जबकि वन विभाग द्वारा पूर्व में पट्टा दिए जाने की बात कही गई थी। इस विषय पर जब ग्रामीणों ने आपत्ति जताई तो वन विभाग के अधिकारी द्वारा मूल प्रति की मांग करने लगा, जो ग्रामीणों के पास मूलप्रति नहीं है केवल छायाप्रति ही है। राजेश कुमार, सिवराम, शिवदयाल, सुधराम, रामपाल, चैतराम, अंतराम, रामदास, रामसिंह, परदेशी ने कलक्टर से काबिज भूमि का पट्आ दिलाने की मांग की है। क्योंकि उक्त भूमि के अतिरिक्त उनके पास कोई और कृषि भूमि नहीं है।