तिरंगा यात्रा को लेकर प्रशासन के साथ कांग्रे्रसियों को पूर्ण जिम्मेदारी मिली थी। स्कूल और यात्री बसों का अधिग्रहण किया गया, जिससे कि गांव-गांव से लोग इस तिरंगा यात्रा में शामिल हो गए। इसके चलते ही निजी स्कूल में अवकाश घोषित किया गया। शुक्रवार रात से ही बसों को गांवों के लिए रवाना किया गया। जिले के अंतिम छोर वनांचल झलमला जैसे गांवों से भी ग्रामीण पहुंचे और तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। वहीं वरिष्ठ व प्रमुख कांग्रेसियों को अधिक से अधिक लोगों को एकत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
जगह-जगह स्वागत
हमर तिरंगा पदयात्रा के दौरान पदयात्रियों का कवर्धा शहर के फ ोर्स ऐकेडमी, स्वयंसेवी संगठन, व्यापारी संगठनों, नागरिकों द्वारा पुष्पगुच्छ और मिठाई खिलाकर ऐतिहासिक हमर तिरंगा रैली का जगह-जगह स्वागत और अभिनंदन किया। तिरंगा यात्रा शहर का भ्रमण करते हुए गांधी मैदान पहुंचा। यहां पर मंत्री अकबर ने कहा कि ये राजनीतिक, धर्म या समाज से जुड़ी यात्रा नहीं है। यह तिरंगे की शान में और उसके सम्मान में आयोजित यात्रा है। यह यात्रा हमारा संकल्प है।
झंडा भेंट किया
भूतपूर्व सैनिकों को तिरंगा झंडा भेंटकर हमर तिरंगा पदयात्रा प्रारंभ किया। पदयात्रा में पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर, थानेश्वर पाटिला, क्रेडा सदस्य कन्हैया अग्रवाल, जिलाध्यक्ष नीलकंठ चंद्रवंशी, नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी जनप्रतिनिधि, ग्रामीण मौजूद रहे।