जिला अस्पताल में गरीब परिवार बीपीएल का राशन कार्ड लाने मात्र से पंजीयन व किसी भी प्रकार की जांच के लिए पैसे नहीं लगते थे। लेकिन अब जिला अस्पताल प्रबंधन व जीवन दीप समिति सभी से ईलाज व जांच कराने का पैसा लेती है। जबकि कई गरीब परिवार पैसा दे पाने में असमर्थ रहते हैं। जिला अस्पताल में नि:शुल्क ईलाज होने की जानकारी लोगों को दी जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है।
पूरे जिले में प्राईवेेट डॉक्टरों का बोलबाला है, इन अस्पतालों में मनमानी फीस लिया जाता है, इस पर स्वास्थ्य विभाग का कोई कंट्रोल नहीं है। प्राईवेट में ईलाज कराना महंगा होने के कारण गरीब परिवार के लोग जिला अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन यहां भी भर्ती होने से लेकर जांच कराने के लिए फीस लिया जाता है। यहां तक की कई दवाई नहीं होने पर बाजार से महंगे दामों पर खरीदनी पड़ती है।