पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि सोमवार की दोपहर में जेल में चाय बंट रहा था। सभी कैदी चाय लेने बैरक से बाहर निकले थे। तभी ज्ञानसिंह बैगा ने मौका पाकर बैरक में लगे पंखे से अपनी लूंगी को फंसाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद पूरे जेल में अफरा-तफरी मच गई। घटना की जानकारी आला अधिकारियों को दी गई। फिलहाल कोतवाली पुलिस घटना की जांच कर रही है।
सोमवार देर शाम 7 बजे एसडीएम विनय सोनी, प्रभारी जेल अधीक्षक अनिल सिदार व परिजनों की मौजूदगी में पंचनामा हुआ। पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मिली जानकारी के मुताबिक मृतक ज्ञान ङ्क्षसह ने नवंबर 2020 में पत्नी को डंडे से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद आरोपी को जेल भेजा गया था।