छत्तीसगढ़ के कवर्धा में खडौदा के रुपेंद्र ने पुस्तैनी जमीन में परम्परागत खेती के स्थान पर आधुनिक तकनीकी से नगदी उद्यानकी फसलों की खेती कर रहे है। उन्होंने अपनी कुल 16 एकड़ जमीन में पपीते की फसल लगाकर उसे 38 लाख 50 हजार रुपए में दिल्ली के व्यापारी को बेचा है। इसमें उन्होंने प्रति एकड़ 60 हजार रुपए की अनुमानित लागत से 16 एकड़ में कुल 9 लाख 60 हजार की खर्च से महज एक वर्ष में 28 लाख 80 हजार रुपए की शुद्ध आमदनी प्राप्त कर रहे है। यही वजह है कि कम समय मे अधिक लाभ की चाहत रखने वाले युवा किसानों के आइकॉन बने हुए है।