उम्मीद की वजह
भाजपा में नए चेहरे और समाजिक रूप से पिछड़ा वर्ग के बजाए सामान्य वर्ग को मौका देने की बात उठ रही है। वहीं कांग्रेस में पूर्व विधायक अकबर की दावेदारी पुराने प्रदर्शन, लेकिन नई ऊर्जा पर आधारित है। इस क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के वोटरों का प्रतिशत सबसे ज्यादा है। ऐसे में यहां पर भाजपा फिर से जातिगत समीकरण पर भाग्य आजमा सकती है। जबकि कांग्रेस के पास विकल्प की कमी है।
पिछले चुनाव का हाल
पिछले चुनाव में भाजपा के अशोक साहू को ९३ हजार ६४५ वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस के मोहम्मद अकबर के हिस्से ९१ हजार ८७ लोगों का समर्थन आया। इससे पहले इस सीट पर भाजपा के डॉ. सियाराम साहू ने कांग्रेस के योगेश्वरराज सिंह को १० हजार ४०८ मतों से हराया था।
भाजपा जिला अध्यक्ष रामकुमार भट्ठ का कहना है कि हमारी पार्टी की सरकार ने जो विकास किया वह दिखाई दे रहा है। हमारी सरकार ने जो १५ साल में किया वह दूसरी पार्टी ने तो ६० साल में किया। सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी सभी ओर काम दिखाई दे रहा है।
भाजपा में नए चेहरे और समाजिक रूप से पिछड़ा वर्ग के बजाए सामान्य वर्ग को मौका देने की बात उठ रही है। वहीं कांग्रेस में पूर्व विधायक अकबर की दावेदारी पुराने प्रदर्शन, लेकिन नई ऊर्जा पर आधारित है। इस क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के वोटरों का प्रतिशत सबसे ज्यादा है। ऐसे में यहां पर भाजपा फिर से जातिगत समीकरण पर भाग्य आजमा सकती है। जबकि कांग्रेस के पास विकल्प की कमी है।
पिछले चुनाव का हाल
पिछले चुनाव में भाजपा के अशोक साहू को ९३ हजार ६४५ वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस के मोहम्मद अकबर के हिस्से ९१ हजार ८७ लोगों का समर्थन आया। इससे पहले इस सीट पर भाजपा के डॉ. सियाराम साहू ने कांग्रेस के योगेश्वरराज सिंह को १० हजार ४०८ मतों से हराया था।
भाजपा जिला अध्यक्ष रामकुमार भट्ठ का कहना है कि हमारी पार्टी की सरकार ने जो विकास किया वह दिखाई दे रहा है। हमारी सरकार ने जो १५ साल में किया वह दूसरी पार्टी ने तो ६० साल में किया। सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी सभी ओर काम दिखाई दे रहा है।