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पिछले 10 दिनों से पानी के लिए भटक रहे ग्रामीण, ट्रेक्टर में पीने के लिए पानी ढो रहे

locationकवर्धाPublished: Dec 03, 2018 02:24:20 pm

Submitted by:

Panch Chandravanshi

ग्राम जेवडऩ खुर्द की जनसंख्या 1300 है। पिछले 10 दिनों से ग्राम जेवडऩ खुर्द में नलजल योजना ठप्प हो चुका है। इसका मुख्य कारण मोटर पंप का खराब होना है। ऐसे में ग्रामीण पानी के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीण ट्रेक्टर ट्रॉली में पॉलीथिन डालकर दूर खेतों से पानी लाने मजबूर है।

Taking water to drink in the tractor

Taking water to drink in the tractor

कवर्धा. पिछले 10 दिनों से ग्राम जेवडऩ खुर्द में नलजल योजना ठप्प हो चुका है। इसका मुख्य कारण मोटर पंप का खराब होना है। ऐसे में ग्रामीण पानी के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीण ट्रेक्टर ट्रॉली में पॉलीथिन डालकर दूर खेतों से पानी लाने मजबूर है।
चुनाव मतदान के बाद से नलजल योजना अंतर्गत लगाए गए मोटर पंप जल चुका है। मोटर पंप को बाहर निकालने की कोशिश भी किया गया, लेकिन मोटर पंप बीच में ही फंस गया। इसके चलते न तो मोटर पंप चल रहा है और न ही योजना के तहत बनाए गए पानी टंकी में पानी भर पाया। 10 दिन बीत जाने के बाद भी समस्या के समाधान के लिए कोई कारगार पहल नहीं की जा रही है। ग्रामीणों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में ग्रामीण हैण्डपंपों का दौड़ लगा रहे हैं। ग्राम जेवडऩ खुर्द की जनसंख्या 1300 है। गांव तीन मोहल्ले में बसा हुआ है। एक दूसरे से मोहल्लों की दूरी 300 मीटर की है। तीन में से दो मोहल्ला ग्राम बाझीमौहा जाने वाली पीएम सड़क किनारे स्थित है। वहीं एक बड़ा मोहल्ला अटल चौक पर बसा है। तीनों मोहल्ला पानी के लिए तरस रहे हैंं। जैसे ही खेती-किसानी के काम काज में तेजी आई। वैसे ही गांव में पेयजल समस्या खड़ी हो गई है। इसे लेकर ग्रामीण हलाकान है। लोग खेती-किसानी के लिए निकले या पानी की जुगाड़ करे। पानी की महत्व को समझते हुए ग्रामीण सारे काम काज छोड़कर पानी के जुगाड़ में निकल रहे हैं।
लाईट बंद हुआ तो प्यासे ही रहेंगे ग्रामीण
लाईट बंद हुआ तो ग्रामीणोंको प्यासे ही रहना पड़ेगा। मोटर पंप खराब होने से ग्राम जेवडऩ खुर्द का नलजल योजना पिछले 10 दिनों से बंद है। ऐसे में ग्रामीण खेत खलिहानों में लगे मोटर पंप से पानी लाने मजबूर है। ट्रॉली में पॉलीथिन बिछाकर ग्रामीण ट्रॉली भर-भरकर पानी लाते हैं। इसका उपयोग ग्रामीण पेयजल व निस्तारी के लिए करते हैं। ऐसे में अगर बिजली बंद हो जाए तो ग्रामीणों को दिन भर भूखे प्यासे ही रहना पड़ेगा। समस्या को देखते हुए उचि कदम उठाने की जारुरत है।
पानी के लिए भटक रहे ग्रामीण
गांव में दो हैण्डपंप ही चालू है। एक आंगनबाड़ी के पास व दूसरा स्कूल परिसर में स्थित हैण्डपंप। महिला, पुरुष और बच्चे पानी के लिए आंगनबाड़ी व प्राथमिक स्कूल में स्थित हैण्डपंप से पानी ला रहे हैं। मोटरपंप खराब होने के कारण नलजल योजना ठप हो चुका है। पानी टंकी सफेद हाथी साबित हो रहा है। यही हाल बाझीमौहा जाने वाली मार्ग किनारे दोनों मोहल्ले की है। पेयजल के लिए ग्रामीणों को काफी दूर जाना पड़ रहा है। इसके बाद ग्रामीणों को पीने के लिए पानी सहिब हो रहा है। सुबह-शाम ग्रामीण पानी के लिए भटकते नजर आ रहे हैं।
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