गौरतलब है कि विगत माह भी ऐसे ही ओलावृष्टि हुई थी और इससे किसानों की रवि फसलों को खासा नुकसान हुआ था। किसानों की अधिकांश फसलें पककर तैयार हैं ऐसे में बारिश और ओलावृष्टि से खासा नुकसान होने की संभावना है। बारिश के बाद मौसम भी ठंडा हो गया जिससे कई बीमारियों के फैलने का खतरा भी मड़राने लगा है।