scriptअमानवीय: कवर्धा जिला अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में महिला की मौत, कोरोना जांच पर अड़े डॉक्टर, 1 घंटे तक नहीं किया उपचार | Woman died in ambulance outside Kawardha district hospital | Patrika News

अमानवीय: कवर्धा जिला अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में महिला की मौत, कोरोना जांच पर अड़े डॉक्टर, 1 घंटे तक नहीं किया उपचार

locationकवर्धाPublished: Oct 01, 2020 10:35:38 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

पेट दर्द की शिकायत पर गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुंची महिला बिना इलाज के ही अस्पताल के बाहर तड़पते हुए मर गई। यह शर्मनाक मामला किसी निजी नहीं बल्कि Kawardha District Hospital का है।

अमानवीय: कवर्धा जिला अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में महिला की मौत, कोरोना जांच पर अड़े डॉक्टर, 1 घंटे तक नहीं किया उपचार

अमानवीय: कवर्धा जिला अस्पताल के बाहर एंबुलेंस में महिला की मौत, कोरोना जांच पर अड़े डॉक्टर, 1 घंटे तक नहीं किया उपचार

कवर्धा. पेट दर्द की शिकायत पर गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुंची महिला बिना इलाज के ही अस्पताल के बाहर तड़पते हुए मर गई। यह शर्मनाक मामला किसी निजी नहीं बल्कि कवर्धा जिला चिकित्सालय का है। जहां डॉक्टर मरीज को देखने की बजाय कोरोना टेस्ट में उलझे रहे। अंतत: सांस फूलने और समय पर इलाज नहीं मिलने से महिला की एंबुलेंस में ही तड़प-तड़पकर मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। ग्राम कोदवा(साजा) निवासी दीपा वैष्णव(47) जो दर्री पारा अपने मायके आई थी। मंगलवार की शाम को पेट में दर्द होने पर उसे तुरंत ही जिला अस्पताल ले जाया गया था।
परिजनों ने किया हंगामा
शाम 7 बजे एबुंलेंस से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उसे इलाज के लिए अंदर नहीं ले जाया गया। डॉक्टरों ने पहले कोविड टेस्ट की बात कहीं। लगभग एक घंटे तक डॉक्टर द्वारा कोविड टेस्ट की अनुमति नहीं दी गई। तब तक महिला पेट दर्द से अस्पताल के बाहर परिसर एंबुलेंस में तड़पती रही। बावजूद डॉक्टर ने उसे चेक तक नहीं किया। इसी बीच महिला को ऑक्सीजन की आवश्कता पड़ी। काफी देर तक महिला को इलाज नहीं मिल सका, जिसके चलते उनकी श्वास फूलती गई और आखिरकर उसकी मौत हो गई। इस बदइंजामी पर मृतिका के परिजन भड़के और जिला अस्पताल में हंगामा मचाया। काफी देर तक डॉक्टर व स्टाफ के बीच वाद-विवाद होता रहा। इस पर अस्पताल प्रबंधन में पुलिस बल बुला लिया, जिसके बाद मामला शांत हो सका।
डॉक्टर के खिलाफ की शिकायत
मृत महिला के परिजनों ने कोतवाली पुलिस में लिखित शिकायत की, स्वास्थ्यगत कारण से ऑक्सीजन की आवश्यकता थी। इसमें कोविड-19 जांच के लिए कहा गया। इस दौरान डॉ. आयुष अग्रवाल इंचार्ज पर थे। डॉक्टर व स्टाफ मौजूद होने के बावजूद जांच नहीं किया गया। इसके चलते मरीज की मौत हो गई। शिकायतकर्ता परिजन सुरेन्द्र वैष्णव ने डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ जांच करने की मांग की है।
मौत के एक घंटे बाद टेस्ट
परिजनों ने बताया कि जिला अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ को मरीजों से कोई लेना देना नहीं। 8 बजे महिला की मौत होने के बाद भी उसका एक घंटे तक कोविड टेस्ट नहीं किया जा सका। टेक्निशियन का कहना था कि जब तक डॉक्टर नहीं कहेंगे वह कोविड टेस्ट नहीं कर सकते। काफी वाद विवाद हुआ इसके बाद जांच किया गया, जिसमें रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आया।
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